- बनारस पहुंच चुके हैं पंजाब समेत कई दूसरे शहरों से हजारों भक्त, पांच लाख एक्स्ट्रा लोगों के लिए सीर के किचन में हुआ इंतजाम

- 20 फरवरी को मुख्य ग्रंथी स्वामी निरंजनदास जी संग आ रहा है पहला जत्था, बुधवार से शुरू हुआ आये भक्तों से लिए बड़ा लंगर

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संत रविदास जन्मस्थली सीर ने मिनी पंजाब की शक्ल लेना शुरू कर दिया है। संत चरण में नमन के लिए भक्तों को रेला सीर पहुंचने लगा है। पिछले बार तीन दिनों तक चलने वाले रविदास जन्मोत्सव के दौरान लाखों भक्तों ने दर्शन पूजन और लंगर का स्वाद छका था। इस बार ये संख्या 20 लाख से भी ज्यादा होने की उम्मीद है। जिसके लिए सीर में तैयारियां जोर शोर चल रही हैं। उम्मीद जताई गई है कि इस बार पिछले बार की तुलना में पांच लाख ज्यादा भक्त संत दरबार में हाजिरी लगाने आएंगे। जिसके कारण सीर में बने किचन में इस साल पांच लाख अतिरिक्त लोगों के लिए लंगर की व्यवस्था की गई है। इसके लिए राशन से लेकर इनके बैठने तक का अलग से इंतजाम किया जा रहा है।

पहुंच गया है राशन

संत रविदास के दर्शन की आस में देश विदेश से लाखों की संख्या में लोगों का यहां जुटना शुरू हो गया है। श्री संत गुरु रविदास मंदिर ट्रस्ट से जुड़े लोगों ने बताया कि इस बार पिछले साल की तुलना में अधिक श्रद्धालुओं के आने का अंदाजा है। पिछली बार तकरीबन 15 लाख लोगों ने गुरु दरबार में हाजिरी लगायी थी लेकिन इस बार उनकी संख्या 20 लाख से अधिक होने का अनुमान है। जिसके लिए अलग से तैयारियां की गई हैं। इतने लोगों के लिए पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और यूपी के कई शहरों से खाद्यान्न सीर पहुंच चुका है। इनमे से 15 लाख लोगों के खाद्यान्न को सेवादारों को सौंप दिया गया है जबकि पांच लाख लोगों के लिए अतिरिक्त खाद्यान्न को स्टोर में रखा गया है।

बुधवार को पूजन संग शुरू हुआ किचन

लाखों की संख्या में आने वाले भक्तों के लिए सीर में रविदास मंदिर से कुछ दूर मैदान में एक बड़े से किचन को बनाया गया है। किचन के पास ही स्टोर रूम है जहां राशन से लेकर बर्तन और बाकी सारे सामान एक साथ रखें हैं। मंदिर के महंत मंदीप जी ने बुधवार को इस किचन में चूल्हे की पूजा कर किचन की औपचारिक शुरुआत कर दी। उन्होंने बताया कि बुधवार से लेकर 23 फरवरी तक इस किचन में 24 घंटे यहां आने वाले हर भक्त के लिए खाना-नाश्ता और चाय का अरेंजमेंट रहेगा। वहीं 20 फरवरी को मुख्य ग्रंथी निरंजनदास जी के साथ पहला जत्था बेगमपुरा एक्सप्रेस से बनारस पहुंचेगा।

पांच हजार से अधिक सेवादार

- श्रद्धालुओं में इंडिया के अलावा अमेरिका, फ्रांस, इंग्लैंड, इटली, स्पेन, हॉलैंड आदि देशों के श्रद्धालु गुरुचरणों में मत्था टेकने आ रहे हैं।

- ट्रस्ट की ओर से इस साल 20 लाख लोगों के खाने पीने की व्यवस्था की गयी है।

- पूरी व्यवस्था के संचालन की जिम्मेदारी पांच हजार से अधिक सेवादारों के हाथों में होगी। कुछ सेवादार सीर गांव तक पहुंच भी गये हैं।

- आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ के मद्देनजर रहने से लेकर खाने तक के इंतजामात किये गये हैं।

- इसके लिए 50 से अधिक पंडाल बनाये गये हैं।

- पंडालों में जमीन पर गद्दे लगाकर लोगों के सोने का अरेंजमेंट किया गया है

आ चुका है काफी राशन

- मंदिर ट्रस्ट के मुताबिक लाखों लोगों के आने के कारण राशन की बड़ी खेप आ चुकी है जबकि अभी कई टुकड़ों में खाद्यान्न आना बाकी है

- ट्रस्ट की ओर से लगातार पांच दिन तक लंगर का आयेाजन किया जायेगा।

- अलग अलग पंडालों में एक समय में 15 हजार से अधिक लोग एक साथ बैठकर खाना खा सकेंगे

- खाने पीने का सारा सामान पंजाब से आ रहा है। इसमें चावल, दाल से लेकर नमक, मसाला, सब्जियां तक शामिल हैं।

- मंदिर ट्रस्ट के मुताबिक अब तक 500 टीन तेल, 30 टीन देशी घी, एक हजार क्विंटल लकड़ी, 15 क्विंटल नमक, 15 क्विंटल बेसन, सात क्विंटल सूजी, 500 क्विंटल गेहूं, तकरीबन डेढ़ सौ क्विंटल चावल, और 150 क्विंटल चीनी का स्टॉक आ चुका है

- इसमे से लगभग 50 क्विंटल चावल, 15 टीन देशी घी, 100 टीन तेल, 50 क्विंटल चीनी और 5 क्विंटल नमक समेत 50 क्विंटल से ज्यादा गेहूं का स्टॉक रखा गया है