-काशी विद्यापीठ के इस कोर्स में अब तीन घंटे के स्थान पर डेढ़ घंटे में सॉल्व करना होगा क्वैश्चंस

VARANASI

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ एडमिनिस्ट्रेशन ने अब सिर्फ एमबीए फोर्थ सेमेस्टर के एग्जाम में ही ओएमआर (आप्टिकल मार्कर रीडर) सिस्टम लागू करने का डिसीजन लिया है। इसके तहत एमबीए लास्ट सेमेस्टर के परीक्षार्थियों को अब विस्तृत उत्तरीय प्रश्नों के स्थान पर बहुविकल्पीय भ्0 प्रश्नों का उत्तर देना होगा। इतना ही नहीं अब परीक्षार्थियों को तीन घंटे के स्थान पर डेढ़ घंटे के अंदर प्रश्न सॉल्व करने होंगे। यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने पहले साहित्य को छोड़कर पीजी के लास्ट सेमेस्टर के एग्जाम में ओएमआर सिस्टम लागू करने का डिसीजन लिया था। इस क्रम में प्रो। कृपाशंकर जायसवाल की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी भी गठित की गई थी। समिति ने पीजी लास्ट सेमेस्टर के एग्जाम में ओएमआर सिस्टम लागू करने को हरी झंडी दे दी थी। समिति की संस्तुतियों के आधार पर परीक्षकों को ओएमआर प्रणाली के तहत बहुविकल्पीय प्रश्नपत्र बनाने के निर्देश भी दे दिए गए थे। हालांकि ज्यादातर अध्यापक ओएमआर के तहत क्वैश्चन पेपर बनाने के लिए तैयार नहीं हुए। सिर्फ वाणिज्य व प्रबंध संकाय के निदेशक प्रो। केएस जायसवाल ने एमबीए में लागू करने की इच्छा शक्ति जताई। इसे देखते हुए इसे एक बार फिर परीक्षा समिति में रखा गया। समिति ने प्रयोग के तौर पर करेंट सेशन में एमबीए फोर्थ सेमेस्टर के एग्जाम में ओएमआर सिस्टम लागू करने की स्वीकृति दे दी। अब प्रभावी होने पर अगले साल से पीजी की अन्य क्लासेस में ओएमआर सिस्टम लागू करने का डिसीजन लिया गया।