हाईकोर्ट लखनऊ बेंच के जस्टिस एपी शाही ने मूट कोर्ट के उद्घाटन में स्टूडेंट्स को किया संबोधित

VARANASI

इलाहाबाद हाईकोर्ट लखनऊ बेंच के वरिष्ठ न्यायाधीश जस्टिस एपी शाही का कहना है कि सत्य की खोज न्याय का बीजारोपण है। विधि जीवन को संचालित करती है। यह किसी भी सरकार का महत्वपूर्ण यंत्र है। एक सभ्य समाज यही चाहता है कि वह विधि द्वारा संचालित हो। वह शनिवार को लॉ फैकल्टी बीएचयू में शुरु हुए पांचवें महामना मालवीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता के शुभारंभ के बाद बतौर चीफ गेस्ट बोल रहे थे।

विभिन्न भाषाओं का ज्ञान जरुरी

उन्होंने स्टूडेंट्स से कहा कि विधि में विभिन्न भाषाओं का ज्ञान, अच्छी संगति, बुद्धिमता तथा कठिन परिश्रम का गुण आवश्यक है। क्योंकि यह गुण उन्हें मुकदमों की तह तक जा कर सत्य की खोज करने में सहायक बनाएगा। विशिष्ट अतिथि एवं राम मनोहर लोहिया विधि विवि के पूर्व वीसी प्रो। जीपी वर्मा ने कहा कि एक वकील की समाज में पहचान उसके द्वारा न्यायालय में केस की प्रस्तुति पर निर्भर करता है। कहा कि मूट कोर्ट विधि विद्यार्थियों को व्यावहारिक ज्ञान देता है कि कोर्ट में केस को कैसे प्रस्तुत करना है। अध्यक्षता पद्मश्री सरोज चूड़ामणि ने की। मूट कोर्ट में साइबर आतंकवाद पर बहस हुई। प्रतियोगिता का समापन ख्म् मार्च को होगा। इसमें विजेताओं का चयन ख्ब् टीमों के मध्य किया जाएगा। संकाय प्रमुख प्रो। डीके शर्मा, डॉ। केपी उपाध्याय, प्रो। आरपी राय, प्रो। आरके मुरली आदि उपस्थित थे। धन्यवाद ज्ञापन डा। राजू माझी ने किया।