-बाइक चोरी के प्रयास में पकड़े गए दो किशोरों में से एक सोमवार को हो गया था फरार

- देर रात घर पहुंचने पर मां ने आरोपी बेटे को पीटते हुए सौंपा पुलिस को

VARANASI

बेटे की गलती अगर मां बाप छुपा लें तो उनका ये सपोर्ट बच्चे को और गलत करने को प्रेरित करता है लेकिन अगर गलती पर मां बाप उसे फटकार लगायें तो शायद वो सही रास्ते पर भी आ जाता है। कुछ ऐसा ही हुआ जैतपुरा थाना क्षेत्र से सोमवार को पुलिस कस्टडी से फरार हुए किशोर के मामले में। यहां बाइक चोरी के प्रयास में पकड़े गये इस किशोर को संरक्षण गृह ले जाया जा रहा था। इसी बीच वह भाग निकला। जिसके बाद देर रात उसकी मां उसे लेकर थाने पहुंची तो पुलिस ने उसे बाल संरक्षण गृह भेजा।

पुलिस ने मां को किया salute

ओरीपुरा मोहल्ले में रविवार को हाजी रियाजुद्दीन के घर के बाहर खड़ी बाइक के ताले को दो लड़के खोल रहे थे। इस बीच हाजी की निगाह पड़ गई। शोर करने पर परिवार के लोगों ने दोनों लड़कों को पकड़ लिया और उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया था। थाने के दो सिपाही सुभाष राम व सुरेंद्र कोर्ट में पेश करने के बाद दोनों को रामनगर स्थित बाल संरक्षण गृह ऑटो से ले जा रहे थे। इस दौरान चौकाघाट में जाम लगा था। जिसके कारण ऑटो को रोकना पड़ा। उसके रुकते ही ओरीपुरा का आरोपी सिपाही का हाथ झटक कर भागने लगा। सिपाहियों ने उसका पीछा किया लेकिन वह आंखों से ओझल हो गया। इसके बाद एक आरोपी को बाल संरक्षण गृह छोड़कर सिपाहियों ने इसकी जानकारी अधिकारियों को दी। पुलिस फरार आरोपी के घर गई लेकिन वह नहीं मिला। घंटों भटकने के बाद आधी रात के बाद वो घर पहुंचा। इसके पहले उसके मां-पिता को उसकी करतूत के बारे में पता चल चुका था। इससे नाराज उसकी मां उसे लेकर थाने पहुंची। और कहा कि हमें लड़के ने गलत किया है इसलिए उसे लेकर यहां आई हूं। इतना सुनते ही पुलिस वालों ने भी मां की ममता को सैल्यूट करते हुए उसके इस कदम की सराहना की और किशोर को हिरासत में ले लिया।