-एक घंटे पहले ही मिल गई थी हिमगिरी एक्सप्रेस ट्रेन में बम की सूचना

-रेलवे सहित जिला पुलिस बम डिस्पोजल दस्ता को स्टेशन पर बुला नहीं सका

VARANASI@inext

हिमगिरी एक्सप्रेस में बम की सूचना के बाद पूरी ट्रेन को खंगाला गया लेकिन इस दौरान बम डिस्पोजल दस्ता मुगलसराय रेलवे स्टेशन पर नहीं पहुंचा। ऐसे में अगर ट्रेन में बम मिलता तो भला उसे डिफ्यूज कौन करता? यह प्रश्न रेलवे अधिकारी एक-दूसरे से पूछ रहे हैं। जबकि हिमगिरी ट्रेन के मुगलसराय रेलवे स्टेशन पर पहुंचने की इंफारमेशन लगभग एक घंटे पहले रेलवे सहित जिला पुलिस को मिल चुकी थी। सिर्फ आरपीएफ-जीआरपी व लोकल पुलिस ने ही ट्रेन को खंगाला। यह तो अच्छा रहा कि बम की इंफारमेशन महज अफवाह तक ही सीमित रही। जो भी सुन रहा है ग्रेड ए प्लस की सुविधा से लैस मुगलसराय रेलवे स्टेशन पर बिना बम डिस्पोजल दस्ता के ही बम की चेकिंग कर दी गई। तो सोचने को मजबूर हो जा रहा है।

अफसर भी मान लिए थे कि है बम

हिमगिरी एक्सप्रेस के एसी कोच में बम की सूचना से पूरे रेल डिवीजन में हड़कंप मच गया था। रेलवे बोर्ड तक का फोन मुगलसराय रेल डिवीजन में घनघनाने लगा था। दोपहर एक से लेकर दो बजे तक अधिकारियों के फोन बजते रहे। हर किसी का मन बम को लेकर सशंकित था। जिस सोर्स से कंट्रोल को इंफारमेशन मिली थी कि ट्रेन के बी-वन एसी कोच में बम है उसके बाद तो रेल अफसर और सुरक्षा अधिकारी भी माने चुके थे कि ट्रेन में बम है।

कहीं यह ट्रायल तो नहीं?

जिस पैसेंजर ने ट्रेन में बम होने की इंफारमेशन दी थी उसका कहना था कि तीन चार लोग गु्रप बनाकर ट्रेन में बम होने की बात कर रहे थे। बस उसी आधार पर कंट्रोल को इंफारमेशन दिया गया। इस तरह की चर्चा होने के बाद सिक्योरिटी एजेंसीज में कई तरह के कयास लगाने शुरू हो गये है। सोर्सेज की मानें तो कहीं ऐसा प्लान तो नहीं किया जा रहा है और यह सूचना ट्रायल रहा हो। बम की इंफारमेशन मिलने के बाद से सुरक्षा से जुड़े अधिकारियों में हलचल तेज हो गई है।

बम की सूचना मिलने के बाद एसपी चंदौली से इस बारे में बात हुई थी। लेकिन ट्रेन के ब्0 मिनट ठहराव के दौरान भी बम डिस्पोजल दस्ता नहीं पहुंचा।

रमेशचंद्रा

सीनियर कमाडेंट

आरपीएफ, मुगलसराय रेल मंडल