वाराणसी (ब्यूरो)नगर निकाय चुनाव में अभी रिजर्वेशन लिस्ट को लेकर दावे और आपत्तियों का दौर चल रहा हैइलेक्शन कमीशन की ओर से अभी अधिसूचना भी जारी नहीं हो सकी हैकिसी भी राजनीतिक पार्टी ने अब तक प्रत्याशियों को लेकर अपने पत्ते नहीं खोले हैं, लेकिन शहर में स्वयंभू प्रत्याशियों का मेला लग गया हैवे खुद को संबंधित पार्टी का प्रत्याशी बताते हुए लोगों के बीच पहुंच रहे हैं और वोट मांग रहे हैं

शहर में लगाए बैनर-पोस्टर

शहर के विभिन्न इलाको में बिजली के खंभों और सार्वजनिक स्थानों पर प्रत्याशियों के पोस्टर नजर आने लगे हैंइनमें वे खुद को संबंधित पार्टी का प्रत्याशी होने का दावा कर रहे हैं और वोट की अपील कर रहे हैंये हाल किसी एक नहीं बल्कि लगभग सभी राजनीतिक दलों के साथ हैप्रत्याशियों ने खुद ही स्वयं को पार्टी का उम्मीदवार घोषित करना शुरू कर दिया है.

रैली निकाल कर रहे प्रचार

शहर के नए इलाके जो इस बार परिसीमन के बाद नगरीय सीमा में शामिल हुए हैं वहां प्रत्याशियों की ओर से रैली निकाल कर समर्थकों के साथ प्रचार प्रसार किया जा रहा हैबताया जा रहा है की एक प्रत्याशी की रैली में हजारों की संख्या में कार्यकत्र्ता और समर्थक प्रचार-प्रसार में जुटे हैंऐसे प्रत्याशियों की ओर से पिकअप वाहनों के दोनो तरफ बड़े फ्लैक्स बोर्ड लगाते हुए आगे पीछे सैकड़ो की संख्या में झंडे लगी बाइकों के साथ रोड शो भी किया जा रहा है

प्रधान जी की सभासदी की तैयारी

परिसीमन के बाद नए 84 गांवो को नगरीय सीमा में शामिल करते हुए वार्डों में तब्दील कर दिया गया हैइन वार्डो की तरफ जो भी प्रधान पार्षद बनने के प्रयास में लगे हैं, वे स्वयं को विभिन्न पार्टियों का उम्मीदवार घोषित कर मैदान में उतर गए हैंइस दौरान वे दरवाजे-दरवाजे दस्तक दे रहे हैं और जो भी सामने पड़ रहा है उसकी पैर जरूर छू रहे हैं.

मेयर के लिए भी जोर आजमाइस

राजनीतिक गलियारों की खबर के अनुसार अभी तक किसी भी पार्टी ने मेयर पद के प्रत्याशी का नाम तय नहीं किया हैइसके बावजूद पुराने दिग्गजों की ओर से अपने आप को मेयर के प्रत्याशी के तौर पर पेश किया जा रहा हैबताया जा रहा है कि ऐसे लोगों के द्वारा प्रत्याशियों के बीच जाकर अपने अनुभव और राजनीतिक सफर को लेकर बेहतर प्रत्याशी के तौर पर पेश करते हुए पब्लिक से वोट की मांग की जा रही हैये भावी या वर्तमान पार्षदों को भी साधने का प्रयास कर रहे हैं, क्योंकि इनका मानना है कि समर्थन में अधिक से अधिक पार्षदों के आने पर उन्हें टिकट मिलने में आसानी होगी.