-कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद्र के पैतृक गांव लमही में उनके जन्मदिन पर लगेगा मेला, होंगे विविध कार्यक्रम

VARANASI

कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद्र के पैतृक गांव लमही में उनके जन्मदिन के अवसर पर एक बार फिर मेला लगेगा। सरकारी और गैर सरकारी संगठनों की ओर से उनकी कहानियों पर आधारित नाटकों का मंचन किया जायेगा। इसी क्रम में बीएचयू ने लमही में निर्मित प्रेमचंद स्मारक शोध व अध्ययन केन्द्र का उद्घाटन फ्क् जुलाई रविवार को करने की तैयारी की है। एचआरडी मिनिस्टर डॉ। महेन्द्र नाथ पाण्डेय शोध संस्थान का का उद्घाटन करेंगे। अध्यक्षता बीएचयू के वीसी प्रो। गिरीश चंद्र त्रिपाठी करेंगे। इस अवसर पर बीएचयू के स्टूडेंट्स प्रेमचंद की कहानियों पर आधारित नाटकों का मंचन करेंगे।

मुंशी प्रेमचंद पथ सम्मान समारोह में बोले चीफ गेस्ट

मुंशी प्रेमचंद की समस्त रचनाएं लोक जीवन की प्रतिबिम्ब हैं, प्रेमचंद जी ने किस्सागोई की शैली में रचनाएं की हैं। ये बातें बीएचयू हिंदी डिपार्टमेंट के प्रो। राजकुमार ने कहीं। वह शनिवार को खाड़ेलकर ऑडिटोरियम में आयोजित प्रेमचंद पथ सम्मान समारोह में बतौर चीफ गेस्ट बोल रहे थे। मुंशी प्रेमचंद मार्गदर्शन केंद्र व प्रेमचंद पथ त्रैमासिक पत्रिका की ओर से आयोजित प्रोग्राम में स्पेशल गेस्ट बीएचयू उर्दू विभाग के प्रो। एचएच अब्बास ने कहा कि प्रेमचंद की उर्दू रचनाओं का हिंदी में अनुवाद करूंगा। इस दौरान अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित किया गया। इसमें कथाकार डॉ। उमेश प्रसाद सिंह, कवि ओमप्रकाश चौबे, पत्रकार अशोक सिंह, समाजसेवी डॉ। रत्‍‌नेश वर्मा, चित्रकार वंशीलाल परमार शामिल रहे। अध्यक्षता साहित्यभूषण जितेंद्र नाथ मिश्र, धन्यवाद एमके श्रीवास्तव ने दिया।

जीवनी पर डाला प्रकाश

प्रेमचंद जयंती की पूर्व संध्या पर गांधीयन मीडिया ग्रुप व भारतीय जर्नलिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से चेतगंज में संगोष्ठी हुई। इसमें कथा सम्राट की जीवनी पर प्रकाश डाला गया। संगोष्ठी में राजेश आजाद, राजेंद्र गुप्त, पं। जगदीश तिवारी, पायल लक्ष्मी, चिन्मय चटर्जी, डॉ। कुसुम लता मिश्रा, डॉ। माधुरी श्रीवास्तव आदि प्रेजेंट रहे।