बाइक से भाग गए हमलावर

शिवपुर सब्जी मंडी में आढ़त चलाने वाले छोटे लाल पटेल अक्सर घर के अंदर ही सोते थे लेकिन गुरुवार भोर में बिजली कट गई और अंदर उमस से तंग आने के कारण छोटे लाल घर के बाहर पड़े ठेले पर आकर सो गए। इस बीच कुछ हमलावर आये और छोटे लाल के सीने पर पिस्टल सटाकर एक फायर झोंका और भागने लगे। इस बीच परिजन गोली की आवाज सुनकर घर के बाहर आये तो देखा कि छोटे लाल खून से लथपथ कंडीशन में ठेले पर ही मृत पड़े थे और बाइक से दो हमलावर शिवपुर बाजार की ओर भाग रहे थे। ये देख परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही मौके पर सीओ कैंट समेत पुलिस टीम पहुंच गई।

मच गया हड़कंप

छोटे लाल को सोते में मारी गई गोली की खबर पूरे इलाके में आग की तरह फैल गई और लोग लाठी डंडा लेकर अपने घरों से बाहर निकल गए और हमलावरों की तलाश में जुट गए। इस बीच छोटे लाल के घर के कुछ ही दूरी पर एक बाइक से तीन युवक हरहुआ की ओर बाइक लेकर जाते दिखे। लोगों ने शक के आधार पर इन तीनों युवकों को पकडऩे के लिए दौड़ाया। लोगों के दौड़ाने पर बाइक चला रहा युवक बाइक से बैलेंस खो बैठा और बाइक लेकर गिर गया। इस पर लोग तीनों बाइक सवारों को पकडऩे को दौड़े लेकिन बाइक सवार युवक तो भाग निकला लेकिन उसके दो अन्य साथी वहीं छूट गए। इस दौरान इनका पीछा कर रहे लोग भी वहां पहुंच गए और दोनों युवकों को पकडऩे के बाद पुलिस के हवाले कर दिया।

पूछताछ में बताया छात्रसंघ कार्यकर्ता

पुलिस के हत्थे जो दो युवक चढ़े हैं वो खुद को निर्दोष बता रहे हैं। पकड़े गए दोनों युवकों ने पूछताछ में अपना नाम अजीत सिंह निवासी छत्रीपुर और विपिन सिंह निवासी लहरतारा बताया है। पूछताछ में दोनों ने बताया है कि वो अपने एक अन्य साथी संग विद्यापीठ इलेक्शन की तैयारियों के मद्देनजर अपने प्रत्याशी का प्रचार करने के लिए निकले हुए थे। फिलहाल पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है। एसएसपी के मुताबिक घटना की वजह अब तक साफ नहीं हुई है। पकड़े गए लड़कों का घटना से कोई संबध है या नहीं, ये भी अब तक साफ नहीं है। फिलहाल जांच जारी है और परिजनों से पूछताछ कर घटना की वजह मालूम करने की कोशिश की जा रही है।

पहले भी हुई है ऐसी घटनाएं

ऐसा नहीं है कि घर के बाहर गोली मारकर जान लेने की ये पहली घटना हो। इससे पहले भी बदमाशों ने पुलिस को मुंह चिढ़ाते हुए कैंट, भोजूबीर, शिवपुर, मंडुवाडीह में घर के बाहर निकले लोगों को अपनी गोली का शिकार बना चुके है। इसके बावजूद पुलिस अब तक लोगों को सेफ फील कराने के लिए कुछ नहीं कर पा रही है।