मुश्किल नहीं है कुछ भी अगर ठान लीजिए

बिहार के एक छोटे से जिले सासाराम की रहने वाली हूं। मेरा मायका पक्ष और मेरा मोहल्ला, यहां तक की पूरा सासाराम जिला बहुत ही पारम्परिक है। कुछ दशक पहले तक तो वहां लड़कियों को आठवीं से ज्यादा पढ़ने भी नहीं दिया जाता था। हालांकि मैंने अपने घर रहते ग्रेजुएशन तक पढ़ाई की। फैशन और मॉडलिंग फील्ड मुझे शुरू से अट्रैक्ट करता था लेकिन इस बारे में सोचने की हिम्मत नहीं थी। मैंने अपने पैरेंट्स का हमेशा सम्मान किया और उनकी पसंद से शादी की।

शादी के बाद मैं बनारस आ गई। शादी के एक पत्‍‌नी, एक बहू और कुछ सालों के बाद एक बेटे की मां का रोल मैं निभाती गई। वक्त कैसे बीतता गया, मुझे पता नहीं चला। मुझे याद है कि जब मैंने पहली बार एक ब्यूटी कॉन्टेस्ट के बारे में पता चला और मैंने अपने हसबैंड से शेयर किया। उन्होंने परमिशन दे दी। उनकी मंजूरी मेरे लिए खुशी से ज्यादा चुनौती थी। मेरे पास ब्यूटी कॉन्टेस्ट का कोई अनुभव नहीं था। कॉन्फीडेंस की बेहद कमी थी। मैंने भी ठान लिया कि मैं खाली हाथ नहीं आऊंगी। मैंने यूट्यूब से रैम्प वॉक से लेकर इंट्रोडक्शन की ट्रेनिंग ली। घर में प्रैक्टिस की। खुद को हौसला बढ़ाती रही।

मेरा जुनून मेरे काम आया। मिसेज बनारस कॉन्टेस्ट में मैं फ‌र्स्ट रनरअप बनी। मेरे लिए ये क्राउन से कम नहीं था। फिर दो बार ऑडिशन देकर मैं मिसेज नार्थ इंडिया में पहुंची। नैनीताल में हुए इस कॉन्टेस्ट में मुझे मिसेज नार्थ इंडिया चुना गया। आज मेरे पास ढेरों मॉडलिंग ऑफर्स हैं। एक फेमस साड़ी ब्रांड ने मुझे ब्रांड अम्बेस्डर चुना है। आज मेरा सपना सच हो चुका है।

प्रज्ञा पाण्डेय, मिसेज नार्थ इंडिया 2018