Online नहीं आसान

-काशी विद्यापीठ ने एफिलिएटेड कॉलेजेज को जारी किया ऑनलाइन एडमिशन का फरमान

-इंफ्रास्ट्रक्चर का अभाव होने से सेल्फ फाइनेंस्ड कॉलेजेज ने किया ऑब्जेक्शन

VARANASI: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से एफिलिएटेड कॉलेजेज में ऑनलाइन एडमिशन सिस्टम आसान नहीं है। बहरहाल यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने इसके लिए कॉलेजेज को फरमान जारी कर दिया है। जिसको सेल्फ फाइनेंस्ड कॉलेजेज ने मानने से इनकार कर दिया है। यही नहीं कॉलेज ऑनलाइन एडमिशन करने पर अपना ऑब्जेक्शन भी जता चुके हैं। उनका कहना है कि सेल्फ फाइनेंस्ड कॉलेजेज में जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर का जबरदस्त अभाव है। ऐसे में एडमिशन फॉर्म ऑनलाइन करना उनके लिए संभव नहीं होगा।

नियम बना फांस

सेल्फ फाइनेंस्ड कॉलेज के मैनेजमेंट के मुताबिक यूनिवर्सिटी मनमाने तरीके से आए-दिन नए-नए नियम बना रही है। फिर उसे बिना विचार-विमर्श किये ही कॉलेजेज पर थोप दिया जा रहा है। जबकि कोई भी नया नियम बनाने के पहले कॉलेजेज को भी विश्वास में लेना चाहिए। कहा कि स्टूडेंट्स से ली जाने वाली एग्जाम फीस को यूनिवर्सिटी में जमा करना होता है। दूसरी ओर महंगाई को देखते हुए टीचर्स की सैलरी में हर साल कुछ न कुछ इंक्रीमेंट करना होता है। वहीं वेतन वितरण के अनुपात से फीस बढ़ाना संभव नहीं है। कारण, सेल्फ फाइनेंस्ड कॉलेजेज में पहले से ही गवर्नमेंट के अनुपात में फीस अधिक है।

गवर्नमेंट का है आदेश

वीसी डॉ। पी नाग ने बताया कि गवर्नमेंट के निर्देश पर सभी एफिलिएटेड कॉलेजेज को ऑनलाइन एडमिशन का ऑर्डर दिया गया है। इस साल ऑनलाइन एडमिशन की रिपोर्ट गवर्नमेंट को भी भेजना है। दूसरी ओर स्टूडेंट्स का डेटा एडमिशन के समय ही यूनिवर्सिटी को अवेलेबल हो जाएगा। इससे एग्जाम की तैयारी करने में भी सहूलियत होगी। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन सिस्टम से एडमिशन प्रॉसेस भी ट्रांसपरेंस हो जाएगा।