-देश भर को मतदान के लिए अवेयर करने वाले पीएम के एमएलसी चुनाव में मतदान करने को लेकर संदेह

-बनारस में प्रत्याशी विहीन है भाजपा, तीन मार्च को पड़ना है एमएलसी के लिए वोट

VARANASI

देश भर को वोटिंग के लिए अवेयर करने वाले पीएम नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र में तीन मार्च को एमएलसी के होने वाले चुनाव में वोट डालने पहुंचेंगे या नहीं इसको लेकर संदेह के बादल मंडराने लगे हैं। यदि पहुंचेंगे तो फिर किसे वोट करेंगे? यह यक्ष प्रश्न बीजेपी पदाधिकारियों सहित अन्य दलों के नेताओं के बीच तैरना लगा है। पूर्वाचल के बलिया व जौनपुर एमएलसी सीट के लिए बीजेपी ने अपना प्रत्याशी तो खड़ा किया है लेकिन भाजपा का गढ़ माने जाने वाले बनारस में बीजेपी को प्रत्याशी ही नहीं मिला। या यूं कह लें कि जान बूझकर प्रत्याशी उतारा ही नहीं गया। लिहाजा बनारस में सपा की मीना सिंह बनाम निर्दल के तौर पर चर्चित डॉन बृजेश सिंह के बीच कड़ा मुकाबला तय माना जा रहा है। एमएलसी चुनाव के लिए तीन निर्दल सहित सपा व लोकदल को मिलाकर टोटल पांच प्रत्याशी चुनावी मैदान में ताल ठोंक रहे हैं। अब देखना यही है कि पीएम किसे वोट देते हैं?

क्0 दिन बाद फिर आना होगा

बीएचयू कन्वोकेशन व संत रविदास जयंती के अवसर पर ख्ख् फरवरी को बनारस आ रहे पीएम मोदी दोबारा तीन मार्च को वोट डालने पहुंच सकेंगे या नहीं इसे लेकर शहर में चर्चाएं जोरों पर हैं। यदि नहीं आएंगे तो फिर निर्वाचन आयोग के जरिये मतदाता जागरूक अभियान को भी झटका लगेगा साथ ही आम मतदाताओं में इसका संदेश भी अच्छा नहीं जाएगा। जबकि पीएम को बनारस में पहली बार मतदान करने का मौका मिला है। भाजपा व कांग्रेस पहले से ही एमएलसी की दौड़ से बाहर हैं। सपा से मीना सिंह, लोकदल से जयप्रकाश पांडेय, निर्दल प्रत्याशी के तौर पर चर्चित बृजेश सिंह, मीना सिंह व देवकृष्ण हैं।

सीट पर ढाई दशक से कब्जा

वाराणसी, चंदौली व भदोही एमएलसी सीट पर डॉन बृजेश सिंह के परिवार का ढाई दशक से कब्जा बरकरार है। वर्तमान में डॉन बृजेश की वाइफ अन्नपूर्णा सिंह उर्फ पूनम सिंह एमएलसी हैं। जबकि इससे पूर्व दो दशक तक डॉन के बडे़ भाई उदयनाथ सिंह उर्फ चुलबुल सिंह एमएलसी चुने गये थे। तीन जिलों की बात करें तो एमएलसी सीट को ढाई दशक तक परिवार में रखना अभी तक का रिकॉर्ड माना जा रहा है।