-छेड़खानी की घटना रोकने के लिए गठित लेडी एंटी रोमियो स्क्वॉड को डीजीपी ने किया रवाना

-समीक्षा मीटिंग में ऑफिसर्स को दी नसीहत, बोले थानेदारों का जल्दबाजी में न करें तबादला

शहर में छेड़खानी की बढ़ती घटनाओं को रोकने के लिए गठित लेडी एंटी रोमियो स्क्वॉड को डीजीपी ओपी सिंह ने रविवार को पुलिस लाइन से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। बोले, जल्द ही सूबे के अन्य जिलों में भी लेडी एंटी रोमियो स्क्वॉड का गठन किया जाएगा। पुलिस ग्राउंड में बने ओपेन जिम और ट्रांजिट हॉस्टल का भी शुभारंभ किया। इसके बाद बनारस जोन के अधिकारियों के साथ पुलिस लाइन सभागार में समीक्षा मीटिंग की। वरिष्ठ अधिकारियों को नसीहत दी कि थानेदारों के जल्दी-जल्दी तबादला करने के बजाय उनकी कार्यशैली में सुधार लाते हुए उन्हें वहां समय दें ताकि जनता के बीच उनकी पैठ बने। जोन के एसएसपी, एसपी की ओर से अपराध से संबंधित आंकड़े दिए गए।

सुनी पीएम के मन की बात

बनारस जोन की कानून-व्यवस्था की समीक्षा के लिए बनारस पहुंचे डीजीपी ने सर्किट हाउस में सलामी लेने के बाद जनप्रतिनिधियों के संग टीवी पर पीएम के मन की बात सुनी। इस दौरान मेयर मृदुला जायसवाल, मछली शहर के सांसद रामचरित्र निषाद, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, नील रतन पटेल नीलू व अन्य विधायकों और एमएलसी के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

नहीं थम रही वाहनों से वसूली

जन प्रतिनिधियों ने डीजीपी से मुलाकात में कानून व्यवस्था में कुछ और सुधार की गुंजाइश बताई। विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने डीजीपी से कहा कि एक साल में परिवर्तन दिखा है। पुलिस ने अपना ही अतिक्रमण तोड़ा जो मिसाल बना है। ऑफिसर्स लेवल पर कुछ सुधार देखने को मिला है लेकिन एसआई व सिपाहियों में काफी सुधार की जरूरत है। विधायक नील रतन पटेल ने आरोप लगाया कि हाइवे पर मौजूद थानों के सिपाहियों द्वारा वाहनों से बदस्तूर वसूली जारी है।

सिपाहियों को दिये टिप्स

डीजीपी ने कमिश्नरी सभागार में 'जेंडर सेंसीटाइजेशन टू पुलिस आफिसर्स' वर्कशॉप का इनॉगरेशन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि महिलाओं के प्रति पुलिस को और अधिक संवेदनशील बनने की जरूरत है। जब कोई पीडि़त फरियाद लेकर थाने पहुंचता है तो खुद को उसके स्थान पर रखें, पुलिस की कार्रवाई से पीडि़त जरूर खुश रहेगा। लेडी एंटी रोमियो स्क्वॉड को हरी झंडी दिखाने के बाद डीजीपी ने कमिश्नरी सभागार में 2016 बैच के सिपाहियों के साथ मुलाकात कर उन्हें पुलिसिंग के टिप्स भी दिए।