- मासूम का सिर मिलने के बाद पुलिस ने दर्ज किया अज्ञात के खिलाफ धारा 316 को केस, जबकि दर्ज होना चाहिए 302

- 316 में बनता है गर्भवती महिला पर उसकी और उसके पेट में पल रहे बच्चे की हत्या का मामला

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अब इसे पुलिस की आदत कहें या फिर जांच को टर्न करने की चाह जो पुलिस ने चौबेपुर के बीकापुर में हुई मासूम की हत्या के मामले में खेल कर दिया और हुई इस निर्मम हत्या के बाद भी मामले को टर्न करने के लिए मुकदमा हल्की धाराओं में लिखकर मामले को रफा दफा करने में जुट गई। हल्की धाराएं इसलिए क्योंकि नरबलि की आशंका के बाद भी मामला बनता है 302 यानि हत्या का लेकिन पुलिस ने इस धारा को नजरअंदाज करते हुए मुकदमा कायम किया है। धारा 316 यानि गर्भवती महिला पर जानलेवा वार कर उसे और उसे बच्चे को मारने का। जो चौंका देने वाला है।

जांच है जारी लेकिन

पुलिस अब तक कटे हुए बच्चे के सिर की पहचान नहीं कर सकी है और न ही उसका धड़ अब तक पुलिस को मिला है। इसके लिए पुलिस की एक टीम पर्वतपुर, चौबेपुर बाजार, सारनाथ, लेढ़ूपुर और आस पास के गांवों में लापता बच्चों के बारे में सूचना इकठ्ठा करने में जुटी है। हालांकि पुलिस को मंगलवार को कोई भी ऐसा केस नहीं मिला जहां बच्चे के गायब होने की सूचना हो। दूसरे जिलों से भी गायब बच्चों का पता लगाने के लिए पुलिस प्रयास कर रही है। वहीं एसएसपी इस मामले को नरबलि मानने से ही इनकार कर रहे हैं। शायद यही वजह है कि साहब के इनकार के बाद धारा में खेल कर मामले को हल्का करने का प्रयास किया जा रहा है।

गलत है ये

इस बारे में कानून के जानकारों से बात करने पर पुलिस के इस खेल से वे भी चौंक गए। सीनियर एडवोकेट नीलकंठ तिवारी का कहना है कि ये कैसे संभव हो सकता है कि पुलिस बच्चे का कटा हुआ सिर मिलने के बाद भी धारा 316 में मुकदमा दर्ज करे। क्योंकि ये तो सीधे-सीधे हत्या का मामला है। अगर इसमे नरबलि है तो अंधविश्वास का एक और केस जुड़ेगा लेकिन 316 तो गर्भवती महिला के पेट में पल रहे बच्चे और उसकी जान लेने के लिए किया गया प्रहार है। इस मामले में इस धारा में केस दर्ज करना किसी आश्चर्य से कम नहीं है। हालांकि इस बारे में एसएसपी आकाश कुलहरि का कहना है कि जब तक बच्चे का धड़ नहीं मिल जाता कुछ भी कहना ठीक नहीं होगा। ये नरबलि है या नहीं ये जांच का विषय है। इसलिए अपने लेवल पर पुलिस जांच कर रही है जो तथ्य सामने आयेगा। उस हिसाब से जांच आगे बढ़ेगी।

तो फिर कहां है गर्भवती महिला

इस धारा में मुकदमा दर्ज करना पुलिस के दावों की पोल इसलिए भी खोलता हे क्योंकि जिस धारा में मुकदमा दर्ज हुआ है उसमे बच्चे के साथ उसकी मां की भी हत्या का केस बनता है। बच्चे की लाश तो मिल गई लेकिन मां की बॉडी कहां है? शायद इस बारे में पुलिस को ही जवाब देना होगा।