- सावन की तैयारियों के लिए DGP और प्रमुख सचिव गृह ने वाराणसी समेत इलाहाबाद मंडल के अधिकारियों संग की बैठक

- कांवर यात्रा में छोटे म्यूजिक सिस्टम की परमिशन

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सावन के दौरान होने वाली कांवर यात्रा में इस बार म्यूजिक संग मस्ती और भोले की भक्ति हो सकेगी। लेकिन नियम और कानून के दायरे में। जिसके तहत डीजे पर बैन जारी रहेगा। ये पढ़कर आप सोच रहे होंगे कि फिर कैसे म्यूजिक पर कांवरिया भक्ति और मस्ती करेंगे। दरअसल दस जुलाई से शुरू हो रहे सावन के लिए कांवर यात्रा में इस बार छोटे म्यूजिक सिस्टम को साथ में लेकर चलने की परमिशन रहेगी। हालांकि इसका मानक क्या होगा ये अभी तय नहीं है। ये बातें सोमवार को सावन मेले की तैयारियों का जायजा लेने वाराणसी आए यूपी के डीजीपी सुलखान सिंह और प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने कहीं।

ड्रोन कैमरे से निगरानी

डीजीपी सोमवार को कमिश्नरी सभागार में दो मंडलों की समीक्षा बैठक के बाद मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने बताया कि सुरक्षा के मद्देनजर सावन के हर सोमवार को काशी की निगहबानी ड्रोन कैमरे से की जायेगी। बैठक में मौजूद एडीजी जोन वाराणसी, एडीजी जोन इलाहाबाद, आईजी रेंज वाराणसी और जोन के दस जिलों के साथ ही इलाहाबाद के एसपी को डीजीपी ने निर्देशित किया कि शिवालयों में पुलिस किसी श्रद्धालु के साथ बदसलूकी न करे। इसके लिए हर मंदिर में खुफिया विभाग भी नजर रखेगा और रिपोर्ट सीधे शासन को भेजी जायेगी। सुरक्षा के लिए कांवरिया शिविरों के आसपास सादे कपड़े में पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे।

हर विभाग को बतायी जिम्मेदारी

प्रेस कांफ्रेंस में प्रमुख सचिव (गृह) ने कहा कि मीटिंग में नगर निगम, जिला पंचायत समेत, रेलवे, रोडवेज, पीडब्लूडी और ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी मौजूद थे। चार से सात जुलाई तक हर हाल में सड़कों को पैदल चलने योग्य बना देने के साथ ही सात जुलाई से लेकर सावन खत्म होने तक कहीं भी सड़क की खुदाई न करने का भी निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही कांवड़ यात्रा के रूट पर पानी, प्रकाश, चिकित्सा सेवा और सुरक्षा के चौबीसों घंटे इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं। सावन शुरू होने से पहले नौ जुलाई से एनएच टू की बायीं लेन (इलाहाबाद से वाराणसी आने वाले रास्ते) को कांवरियों के लिए आरक्षित कर इसे सात अगस्त सावन खत्म होने तक ऐसे ही रखने का निर्देश दिया है।

मंदिर का भी लिया जायजा

बैठक के बाद डीजीपी और प्रमुख सचिव ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र का निरीक्षण भी किया। यहां हाईड्रोलिक गेट के साथ ही कंट्रोल रुम का हाल देखा। सीसी कैमरों से लेकर हर सुरक्षा प्वॉइंट को भी जांचा और खराब उपकरणों को सावन से पहले हर हाल में ठीक कराने के आदेश दिए।