पुराने मामले की जांच और जरूरी कागजातों के वेरीफिकेशन को टाल रही पुलिस

-पब्लिक को चुनाव का बहाना दिखा लौटाया जा रहा मायूस

VARANASI

केस-क्

नाबालिग लड़की को साजिशन बदनाम करने का मामला चुनाव की घोषणा के कुछ दिन पहले दर्ज हुआ था। आला अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस टीम के साथ क्राइम ब्रांच भी आरोपितों की तलाश में जुटा था। चंद दिनों में गिरफ्तारी का दावा किया जा रहा था लेकिन अचानक सब ठप हो गया। पुलिस चुनाव बाद कुछ करने की बात कह रही है। आरोपित लड़की और उसके परिवार को डरा-धमका रहे हैं।

केस-ख्

सामने घाट के रहने वाले आशुतोष को जॉब के सिलसिले में विदेश जाना है। उन्होंने पासपोर्ट के लिए अप्लाई किया है। भेलूपुर थाने को वेरीफिकेशन रिपोर्ट लगानी है लेकिन पुलिस के पास वक्त नहीं है। जब भी आशुतोष थाने जाते हैं उन्हें चुनाव का हवाला देकर लौटा दिया जाता है। बिना पासपोर्ट के नौकरी उनके हाथ से जाती नजर आ रही है।

पुलिस पहले ही अपने काम को लेकर बहुत गंभीर नहीं थी अब तो उसे चुनाव का बहाना मिल गया है। इस वक्त पूरी तरह से मनमाना कर रही है। ये केस यही बता रहे हैं। पब्लिक की सुरक्षा, जरूरी दस्तावेज का वेरीफिकेशन सब फंस गया है। यही नहीं पुलिस थानों में मुकदमों को भी लिखने से बच रही है। चुनाव अभी एक महीना और है। अगर पुलिस का रवैया यही रहा तो शहर में अराजकता की स्थिति हो जाएगी। लोगों के तमाम जरूरी काम समय पर नहीं हो सकेंगे।

मायूस लौट रहे फरियादी

अपराधियों से भरे इस शहर में पुलिस के बिना रहने की कल्पना भी मुश्किल है। शहर और देहात इलाके में हर रोज दर्जनों छोटी-बड़ी घटनाएं होती हैं। सुरक्षा से लेकर न्याय तक के लिए पीडि़त को पुलिस का सहारा है। उसके निष्क्रिय होने पर स्थिति बदतर हो जाती है। फिलहाल पुलिस पुराने मामलों की जांच पर विशेष ध्यान नहीं दे रही है। नए मुकदमे दर्ज करने से भी बच रही है। यही नहीं पुलिस के पास कुछ बेहद जरूरी दस्तावेजों का वेरीफिकेशन की जिम्मेदारी भी होती है। इनमें पासपोर्ट, किराएदार, वर्कर्स का , कांटै्रक्टर्स को जारी होने वाला वेरिफिकेशन सर्टिफिकेट समेत अन्य हैं। पुलिस इस वक्त लगभग सभी से दूरी बनाए हुए है। जरूरतमंद और पीडि़त परेशान हो रहे हैं।

अभी नहीं गयी है फोर्स

चुनावी ड्यूटी में बनारस की पुलिस फोर्स अभी नहीं गयी है। शासन के मुताबिक तीसरे और उसके बाद के चरण में होने वाले चुनाव में अलग-अलग क्षेत्रों में यहां का पुलिस पहुंचेगी। अभी जो थोड़ी बहुत पुलिस चुनाव के लिए शहर से बाहर जा रही है वो गिनती की हैं। फिलहाल राहुल गांधी और अखिलेश यादव के रोड को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने के लिए कुछ अधिकारियों को भेजा जा रहा है। इनमें डिप्टी एसपी लेवल और एसपी लेवल के अधिकारी हैं। वो भी रोड शो के लिए निर्धारित तिथि के एक दिन पहले जा रही है और रोड शो सम्पन्न कराकर लौट आ रहे हैं। सही मायने में ख्0 फरवरी के बाद शहर की फोर्स अलग-अलग क्षेत्रों के लिए मूव करेगी।

पब्लिक की सुरक्षा से किसी तरह का समझौता नहीं किया जा सकता है। चुनाव के दौरान बनारस से फोर्स अन्य जगहों के लिए जाएगी लेकिन इससे कोई जरूरी काम रुकेगा नहीं

राजेश यादव

एसपी सिटी