वाराणसी (ब्यूरो)बनारस में पब्लिक को सुरक्षा और व्यवस्था देने में जुटे पुलिस के जवानों के इलाज की मुफीद व्यवस्था अब तक नहीं हो पाई हैकागज में एक 30 बेड का अस्थाई हॉस्पिटल है जो मौके पर महज तीन बेड में सिमटा हुआ हैहॉस्पिटल ट्रैफिक पुलिस लाइन में शुरू किया गया था, वहां से पुलिस लाइन में मंदिर के पास से होते हुए अब स्टोर रूम में पहुंच गया हैस्थिति ये है कि जब पुलिसकर्मी बीमार पड़ते हैं तो पहले ये पता लगाने में जुटते हैं हॉस्पिटल इस समय कहां संचालित हो रहा है

डेढ़ हजार जवानों का लोड

वाराणसी जनपद में सिविल, जल, घुड़सवार, ट्रैफिक को मिलाकर कुल 15 सौ से अधिक जवान जिले के कई हिस्सों में तैनात हैंइनके और इनके पारिवारिक सदस्यों के इलाज की व्यवस्था के लिए पुलिस लाइन में हॉस्पिटल संचालित किया जा रहा हैयह हॉस्पिटल मानक के अनुरूप 30 बेड का होना चाहिए, लेकिन मौके पर सिर्फ 3 बेड ही लगे हैंसीरियस पेशेंट को यहां से रेफर कराना होता है

रोज आते हैैं लगभग 50 पेशेंट

अस्थाई हॉस्पिटल में रोज लगभग 50 पेशेंट इलाज के लिए आते हैैंइनमें से सिरियस पेशेंट को संसाधन और मानक के इक्विपमेंट नहीं होने से रेफर करना पड़ता हैहाल के दिनों में बदलते मौसम और ठंडी-गर्मी के चलते संक्रामक बीमारी के पेशेंट बढ़े हैैंइनमें खांसी, बुखार, जुकाम, बदन दर्द, घबराहट, सांस लेने में तकलीफ, उल्टी और डायरिया आदि शामिल हैं

तीसरे स्थान पर संचालन

पुलिस लाइन स्थित यह अस्थाई हॉस्पिटल प्रशासनिक प्राथमिकता में नहीं होने से साल दर साल स्थान बदलता रहा हैपहले ट्रैफिक पुलिस लाइन, पुलिस लाइन ग्राउंड के मंदिर के पास और अब स्टोर रूम में शिफ्ट कर दिया गया हैकमोबेश प्रत्येक वर्ष प्लेस शिफ्ट होने से हॉस्पिटल अपने को माडर्न नहीं बना सका है

जब आई शासन से चिट्ठी

अव्यवस्था और उपेक्षा की मार झेल रहे जवानों के हॉस्पिटल को रीजनल लेवल के पुलिस फोर्स हॉस्पिटल के तौर पर डेवलप करने के लिए शासन से चिट्ठी आईइसमें डॉक्टर्स, स्पेशलिस्ट, क्लिनिकल इक्पिमेंट, बिल्डिंग समेत अन्य जरूरी वस्तुओं का प्रस्ताव मांग गयातब डाक्टर्स और जवानों में खुशी हुई कि अब उन्हें जल्द ही माडर्न हॉस्पिटल में इलाज कराने की सुविधा मिलेगीलेकिन, शासन को इस्टीमेट भेजने के बाद साल दर साल गुजरते गए और मार्डन हॉस्पिटल का मामला फिलहाल ठंडे बस्ते में हैै

जवान और इनके परिजनों को गुणवत्तायुक्त इलाज के लिए मार्डन हॉस्पिटल की आवश्यकता हैफिलवक्त स्टोर रूम में जैसे-तैसे हास्पिटल संचालित हो रहा है, जो मानक के अनुरूप नहीं हैै

डॉअनिल कुमार, अस्थाई हॉस्पिटल, पुलिस लाइन