-शहर में जगह-जगह चल रही खोदाई व उड़ रही धूल से पॉल्यूशन का लेवल फिर हुआ हाई
-पीएम 2.5 व पीएम 10 का मानक बढ़ने से सांस के मरीजों का घुटने लगा दम
-तेज हवा व धूल के गुबार से राह चलना हुआ दुभर, आंखों में जलन की बढ़ी शिकायत
स्मार्ट सिटी बनारस में एक बार फिर एयर पॉल्यूशन अपना रंग दिखाने लगा है। इन दिनों शहर में पॉल्यूशन हाईएस्ट लेवल पर पहुंच चुका है। जिसकी मार सीधे लोगों की सेहत पर पड़ रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि शहर में फोर लेन सड़क का निर्माण व जगह-जगह खोदाई की जा रही है। इसमें से निकल रही मिट्टी से उड़ रहे धूल की वजह से पॉल्यूशन का लेवल अपने उच्च स्तर पर जा पहुंचा है। हवा के रास्ते ये धूल जहां लोगों के लंग्स में समा रही है, वहीं सांस के रोगियों का दम घुटना भी शुरू हो गया है। एयर फॉर केयर संस्था की रिपोर्ट के मुताबिक इधर एक सप्ताह से लगातार पॉल्यूशन का स्तर बढ़ा है। धूल भरे कैंट एरिया में रविवार को पीएम 2.5 का लेवल 155 दर्ज किया गया, जो कि तय मानक से दोगुने से भी ज्यादा है। यहां पीएम 10 का भी यह रेशियो रहा। वहीं अर्दली बाजार में भी पीएम 2.5 का लेवल 155 व पीएम 10 का लेवल 133 रहा। कमोवेश यही रेशियो शहर के अन्य क्षेत्रों में भी है।
हवा को कर रही दूषित
एक्सपर्ट की मानें तो दिन में कड़ी धूप व तेज हवा और शाम होते ही ठंडी से शहर की आबोहवा बिगड़ जा रही है। जैसे जैसे गर्मी बढ़ेगी लोग धूल और पॉल्यूशन को लेकर परेशान होने लगेंगे। शहर की हवा में मिट्टी के साथ हानिकारक व विषैले पदार्थो का लगातार बढ़ना वायु प्रदूषण का कारण बन रहा है। द क्लाइमेट एजेंडा की रिसर्चर सानिया ने बताया कि सिटी में विभिन्न विषाक्त गैस और सड़कों की खोदाई से उड़ रही धूल के चलते एयर पॉल्यूशन का जो लेवल बढ़ा है वह ताजी हवा को दूषित कर रहा है। इससे न सिर्फ आम लोगों का स्वास्थ्य बल्कि पशुओं के सेहत पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है।
हानिकारक गैसों का उत्सर्जन
एयर पॉल्यूशन के लेवल बढ़ने का जो कारण बताया जा रहा है। वो ये कि उद्योगों में निर्माण प्रक्रिया में इस्तेमाल होने वाले विभिन्न प्रकार के कच्चे माल से हानिकारक गैसों के उत्सर्जन की मात्रा बढ़ती जा रही है। वहीं सड़कों पर उड़ रही मिट्टी हवा को विषैली बना रही है।
ग्रीनरी की जरूरत
एक्सपर्ट का कहना है कि पेड़ पौधों की कटाई से ग्रीन कवर क्षेत्र खत्म हो रहे हैं। ग्राउंड लेवल पर पार्टिकुलेट कंस्ट्रक्शन का बढ़ता दायरा भी कम नहीं हो रहा है। इन सब की वजह से सांस संबंधी बीमारियों में लगातार इजाफा हो रहा है। वर्तमान में शहर में ग्रीनरी की सख्त जरूरत है।
एक सप्ताह का लेवल
डेट पीएम 2.5 पीएम 10
24 फरवरी -155 133
23 फरवरी -237 186
22 फरवरी -260 224
21 फरवरी -283 265
20 फरवरी -306 287
19 फरवरी -228 190
18 फरवरी -260 187
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क्या है मानक?
पीएम 2.5 60
60 से ज्यादा लेवल होने पर खतरा बढ़ जाएगा
वर्जन--
सिटी में एक सप्ताह से पॉल्यूशन का लेवल फिर बढ़ता जा रहा है। इधर पीसीबी की ओर से शहर के कुछ इलाकों में लगाए गए पॉल्यूशन इंडेक्स बोर्ड पर भी स्थिति 350 के पार बताई जा रही है।
एकता शेखर, प्रेसिडेंट, द क्लाइमेट एजेंडा