-प्रदर्शन कर इलिया के रामशाला गांव स्थित 25 केबीए के ट्रांसफॉर्मर बदलने की उठाई मांग

- हस्ताक्षर अभियान चलाकर शासन-प्रशासन को भेजा गया पत्र

CHANDAULI: नक्सल प्रभावित इलिया क्षेत्र के रामशाला गांव में धू-धू कर जले ट्रांसफॉर्मर को नहीं बदले जाने से उपभोक्ताओं सहित ग्रामीणों का धैर्य मंगलवार को जवाब दे गया। ग्राम प्रधान के नेतृत्व में लोगों ने बिजली विभाग की कार्यप्रणाली पर आक्रोश जताते हुए जमकर नारेबाजी की। साथ ही हस्ताक्षर अभियान चलाकर शासन-प्रशासन को पत्र भेजा।

अधिकारी दे रहे सिर्फ आश्वासन

आक्रोशित लोगों का कहना था कि ख्भ् केवीए का उक्त ट्रांसफॉर्मर दो महीने पहले धू-धू कर जल गया। जिससे सैदूपुर फीडर से होने वाली विद्युत सप्लाई का लाभ ट्रांसफॉर्मर जल जाने के कारण नहीं मिल पा रहा है। इस ट्रांसफॉर्मर से म्भ् उपभोक्ताओं के यहां बिजली आपूर्ति होती है। इसमें अधिकांश लोग नियमित विद्युत कर भी जमा करते हैं। प्रदर्शन करने वालों ने ट्रांसफॉर्मर की क्षमता बढ़ाने व अतिरिक्त कनेक्शन देने के लिए अवर अभियंता सहित विभाग के च्च्चाधिकारियों कई बार पत्रक दिया गया। लेकिन आज तक समस्या नहीं सुलझी। दो माह से जले ट्रांसफॉर्मर को बदलने के लिए विभाग के निचले इकाई से लेकर च्च्चाधिकारियों से गुहार लगाते-लगाते थक गये। अधिकारी सिर्फ आश्वासन दे रहे हैं। भीषण गर्मी में बिजली नहीं मिलने से हर कोई परेशान हो गया है।

लगाया आरोप

आरोप लगाया कि अब नये ट्रांसफॉर्मर को लगाये जाने के लिए सुविधा शुल्क की मांग की जाने लगी है। इससे आक्रोशित लोग ग्राम प्रधान राकेश कुमार चौहान के नेतृत्व में जले पड़े ट्रांसफॉर्मर के पास पहुंचकर विभागीय कार्यप्रणाली पर गुस्सा जताते हुए जमकर नारेबाजी की। क्षेत्र पंचायत सदस्य अन्नू सिंह ने प्रदर्शन कारियों को समझा बुझाकर शांत कराया। लोगों ने हस्ताक्षर अभियान चलाकर शिकायती पत्र शासन प्रशासन को भेजा। प्रदर्शन करने वालों में लाल बहादुर यादव, रामनरेश चौहान, राजेन्द्र प्रसाद, जग्गू, राजा राम, विनोद कुमार यादव, श्रीनिवास, बद्री, अर¨वद, महेन्द्र प्रजापति, शिवम समेत तमाम ग्रामीण शामिल थे।