-कैंट स्टेशन स्थित यूटीएस काउंटर से पिछले तीन महीनों में जमकर बिके टिकट्स, टिकट बिक्री का बना नया रिकॉर्ड

-छुट्टी व वेडिंग सीजन एक साथ पड़ने की वजह से टिकट परचेज करने वालों की रही खासी भीड़, इसके बावजूद स्टेशन की कंडीशन जस की तस

VARANASI:

भीषण गर्मी में एक तरफ तो ज्यादातर धंधों के पसीने छूट रहे थे तो वहीं रेलवे की चांदी रही। समर वेकेशन और वेडिंग सीजन एक साथ पड़ने के कारण ट्रेन्स में बीते तीन मंथ्स में खूब भीड़ हो रही है। इसका सीधा फायदा रेलवे को मिला। एक ओर रिजर्वेशन कोचेज में जहां लोग पहले से ही रिजर्वेशन कराए थे तो वहीं दूसरी ओर जनरल कोचेज की हालत से बचने के लिए तत्काल टिकट परचेज करने वालों की मजबूरी से रेलवे को खूब फायदा हुआ। आखिर, जर्नी करनी है तो कुछ तो इंतजाम करना है तो पैसा तो खर्च करना ही पड़ेगा। इससे रेलवे का रेवेन्यू बढ़ जाता है। हर बार की तरह इस बार भी समर सीजन में कैंट स्टेशन स्थित बुकिंग सेंटर ने जमकर कमाई की है। सीबीएस पीएन पांडेय के मुताबिक पिछले साल के कम्पैरिजन में इस साल जनरल टिकट्स की बिक्री बढ़ी है। इन टिकट्स पर जर्नी करने वालों की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ है।

तीन महीने रहा फायदेमंद

कैंट स्टेशन स्थित यूटीएस बुकिंग सेंटर से टिकट परचेज करने वालों की संख्या अन्य महीनों की अपेक्षा पिछले तीन महीने ज्यादा रही। अप्रैल, मई और जून में सबसे ज्यादा टिकट्स की बिक्री हुई। अप्रैल में जहां 7,8ख्,7फ्ख् लोगों ने जनरल टिकट्स परचेज किये तो वहीं मई में इनकी संख्या बढ़कर 8,9फ्,09ब् हो गई। जून में टोटल 9,7फ्,8ब्फ् पैसेंजर्स ने जनरल टिकट परचेज किया। वहीं लास्ट इयर अप्रैल में 7,फ्9,98फ्, मई में 8,88,क्ब्क् व जून में 9,भ्7,8क्फ् लोगों ने जनरल टिकट्स बिके थे। इस तरह पिछले साल की अपेक्षा इस साल इन तीन महीनों में जनरल टिकट खरीदने वालों की संख्या अधिक रही। यही वजह थी कि इन बीते तीन महीनों में कैंट स्टेशन के यूटीएस काउंटर्स पर मेले जैसी भीड़ बनी रही।

जून में बना रिकॉर्ड

इस साल जून में कैंट स्टेशन ने नया रिकॉर्ड बनाया। एक तरफ तो गर्मी अपना ही रिकॉर्ड तोड़ रही थी तो वहीं रेलवे ने भी खुद का रिकॉर्ड तोड़ा। जून में लास्ट इयर की कम्पैरिजन में लगभग ख्0 हजार पैसेंजर्स अधिक रहे। जबकि जनरल टिकट सेंटर में स्टाफ की कमी और इंफ्रास्ट्रक्चर जस का तस ही रहा। उसमें किसी तरह के चेंजेज नहीं हुए। लास्ट इयर के जैसे ही इंतजाम इस साल भी रहा। इतने के बाद भी जनरल टिकट्स परचेज करने वालों की गैदरिंग बढ़ती ही रही। सीबीएस ने बताया कि कैंट स्टेशन स्थित जनरल टिकट काउंटर की बजाय हजारों लोगों ने स्टेशन के बाहर से प्राइवेट एजेंसियों से भी टिकट परचेज कर जर्नी टिकट्स परचेज किए।

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मंथ ख्0क्ब् ख्0क्फ्

अप्रैल 7,8ख्,7फ्ख् 7,फ्9,98फ्

मई 8,9फ्,09ब् 8,88,क्ब्क्

जून 9,7फ्,8ब्फ् 9,भ्7,8क्फ्