-जेएनयू प्रकरण को लेकर पीएम आगमन पर मंडराने लगा है खतरा

-बीएचयू कन्वोकेशन में शामिल होंगे पीएम, कैंपस में दिनों दिन बढ़ रही है जेएनयू की लपट

VARANASI

जेएनयू प्रकरण की आंच बनारस में दिनों दिन बढ़ती ही जा रही है। जेएनयू विरोध की लपट इतनी तेज हो गई है कि सिटी की यूनिवर्सिटीज व कॉलेजेज में स्टूडेंट्स प्रोटेस्ट के माध्यम से अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं। देश विरोधी नारे लगाने वाले देशद्रोहियों को फांसी के तख्ते पर लटकाने की मांग को लेकर पुतला दहन, धरना प्रदर्शन, कैंडिल मार्च सहित अनेकों कार्यक्रमों के जरिये स्टूडेंट्स अपना आक्रोश जता रहे हैं। इसे लेकर जिला प्रशासन सहित बीएचयू एडमिनिस्ट्रेशन भी काफी टेंशन में है, क्योंकि कन्वोकेशन व संत रविदास जयंती समारोह में शिरकत करने पहुंच रहे पीएम मोदी के प्रोग्राम पर खतरा मंडराने लगा है। बीएचयू कन्वोकेशन के दौरान जेएनयू प्रकरण पर पीएम को काला झंडा दिखाया जा सकता है। ऐसा इनपुट मिलने के बाद इंटेलिजेंस एजेंसीज भी काफी एक्टिव हो गई है।

हर कैंपस पर खुफिया नजर

जेएनयू आग की लपट का असर सबसे अधिक बीएचयू में देखा जा रहा है। ऐसा कोई भी दिन गैप नहीं जा रहा है जिस दिन छात्र संगठनों की ओर से विरोध प्रदर्शन न हो। पीएम प्रोग्राम को लेकर ऐसी सिचुएशन बन गई है कि बीएचयू एडमिनिस्ट्रेशन सहित इंटेलिजेंस की टीम अलग-अलग कैंपस के अंदर-बाहर घूम रही है। छात्र संगठनों से जुड़े प्रमुख पदाधिकारियों के बारे में इंक्वायरी कर रही है। उनकी स्ट्रेंथ व मंशा को भांपने की हर संभव कोशिश में लगी हुई खुफिया टीम की नजर मा‌र्क्सवादी व एनएसयूआई के पदाधिकारियों पर है। ऐसे पदाधिकारियों की लिस्ट भी तैयार की जा रही है जो पीएम प्रोग्राम में खलल डाल सकते हैं। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ व हरिश्चंद्र पीजी कॉलेज कैंपस में भी खुफिया टीम की नजर है क्योंकि यहां के छात्र नेताओं का जुटान बीएचयू में हो रहा है।

अधिक खतरनाक जेएनयू के आतंकवादी

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ यूनिवर्सिटी में छात्रनेता मोहित सिंह के नेतृत्व में छात्रों ने कैंपस में जुलूस निकाला। छात्रों ने कहा कि देश की सुरक्षा व अखंडता पर किसी तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए। जेएनयू में जिस तरह से देश विरोधी नारे लगे है और सुप्रीम कोर्ट ने जिस अफजल गुरु को आतंकवादी मानते हुए फांसी दिया था उसे शहीद बताना देशद्रोहियों की मानसिकता का परिचायक है। छात्रों ने कहा कि पाकिस्तान से आने वाले आतंकवादियों से अधिक खतरनाक जेएनयू के वह आतंकवादी हैं जो देश में रहते हुए देश विरोधी गतिविधियों का हिस्सा बन गये हैं। ऐसे लोगों को देश में रहने का अधिकार नहीं है। छात्रों ने सभी से अपील किया कि ऐसे मुद्दों पर राजनीति करने की बजाय देश की अखंडता व एकता के लिए एक होकर जेएनयू घटना का विरोध करना चाहिए। जुलूस में छात्रसंघ महामंत्री नीरज पाण्डेय, अंशु राय राजा, अभय प्रताप सिंह, धनंजय राय, अविनाश जायसवाल, अश्रि्वनी सिंह, विकास तिवारी, रोहित केशरी, प्रबोध राय, प्रेम प्रकाश गुप्ता आदि प्रेजेंट रहे।

जेएनयू कांड पर लगाये मुर्दाबाद के नारे

हरिश्चंद्र पीजी कॉलेज में छात्र नेता अमित विश्वकर्मा के नेतृत्व में जेएनयू प्रशासन का पुतला फूंका गया। मुर्दाबाद का नारे लगाते हुए छात्रों ने जेएनयू घटना की पुरजोर निंदा की। छात्रों ने कहा कि देश में रहकर पाकिस्तान समर्थित नारेबाजी करने वालों को फांसी पर लटकाया जाये। पुतला दहन में छात्रसंघ उपाध्यक्ष राजित यादव, पूर्व अध्यक्ष शंभू बेनवंशी, कृष्णा यादव, अमित द्विवेदी, गौरव यादव, अभिषेक गुप्ता आदि छात्र रहे।

पीएम आगमन को लेकर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किये जाएंगे। जेएनयू कांड का पीएम आगमन पर किसी तरह का कोई असर नहीं होगा। बीएचयू में छात्रों के विरोध प्रदर्शन पर नजर है।

आकाश कुलहरि

एसएसपी