- भेलूपुर थाने पर हमले को लेकर 500 के खिलाफ मुकदमा, दो नामजद

-- CCTV फुटेज के आधार पर बवाल करने वालों की हो रही पहचान

VARANASI

भेलूपुर थाने पर शनिवार को हुए पथराव और उपद्रव के बाद कप्तान काफी सख्त हो गए हैं। उन्होंने इस मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का संकेत दिया। जिसके तहत रविवार को दो नामजद सहित करीब भ्00 अज्ञात लोगों के खिलाफ सात सीएलए सहित अन्य संगीन धाराओं के तहत रिपोर्ट दर्ज की है। इस मामले में एसएसपी नितिन तिवारी ने बलवाइयों को सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चिह्नित कर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। कप्तान के निर्देशों पर पुलिस ने उपद्रवियों की पहचान शुरू कर दी है। मामले में वकार व अफजल को नामजद किया गया है। वादी खुद इंस्पेक्टर भेलूपुर राजीव कुमार सिंह बने हैं। कप्तान ने इस प्रकरण में खुफिया विभाग के पेंच भी कसे गए हैं। उनकी नाराजगी इस बात पर थी कि लोग लामबंद होने से लेकर थाने पर पहुंचकर हमला तक कर दिए और खुफिया विभाग सोया रहा।

थाने में घुस गए थे लोग

भेलूपुर थाने पर बवाल करने वालों का आरोप था कि दो दिन हो गए लेकिन बुनकर जाहिद अनवार पर हमला करने वालों की पुलिस गिरफ्तारी नहीं कर रही है। इसी को लेकर सैकड़ों की संख्या में लोगों ने थाने का घेराव करने के साथ ही पथराव भी किया। अचानक हुए पथराव से थाने के फालोअर विजय मौर्या समेत दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। फालोवर को जो पत्थर लगा वह सीओ राजेश श्रीवास्तव को लक्ष्य कर चलाया गया था लेकिन संयोग था कि वह बच गए। पुलिस ने थाने में घुसे लोगों को डंडा पटकर किसी तरह बाहर खदेड़ा।

नहीं लगा हमलावरों का पता

बुनकर जाहिद पर हमला करने वाले कौन थे। उनकी मंशा क्या थी। कहीं शहर का माहौल बिगाड़ने की साजिश तो नहीं थी। इन सब सवालों के जवाब अब तक पुलिस को नहीं मिल सके हैं। पुलिस ने घटना स्थल के आसपास करीब ख्भ् घरों व होटलों में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला लेकिन हमलावरों का कोई सुराग नहीं मिला। सीओ भेलूपुर ने केसरिया गमछाधारी हमलावरों को गिरफ्तार करने के लिए ख्ब् घंटे की मोहलत मांगी थी लेकिन हमलावर को पकड़ना तो दूर उनकी पहचान तक नहीं हा सकी।

प्री प्लांड था थाने पर हमला

रविंद्रपुरी कॉलोनी स्थित संसदीय कार्यालय के पास गुरुवार की रात बाइक सवार कुछ बदमाशों ने रेवड़ी तालाब के बुनकर जाहिद अनवार को मारपीट कर घायल कर दिया था। विरोध में लोगों ने थाने का घेराव किया था। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इतना सब कुछ हो जाने के बावजूद स्थानीय खुफिया तंत्र नाकाम साबित हुआ। इसे मुद्दा बनाते हुए कुछ राजनैतिक दल सक्रिय हो गए। बाकायदा मीटिंग कर थाने पर प्रदर्शन की योजना बनाई लेकिन खुफिया तंत्र को इसकी भनक तक नहीं मिल सकी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक भीड़ में शामिल कुछ उपद्रवी पहले से पत्थर लेकर आए थे। धार्मिक नारे लगा कर माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की गई। घटना की जानकारी मिलने के बाद कप्तान थाने पहुंचे और भोर तीन बजे फोर्स संग पैदल अस्सी चौराहे तक गए। इसके बाद मंडलीय अस्पताल जाकर घायलों से घटनाक्रम की जानकारी ली।