-प्लेटफॉर्म नंबर एक से नौ तक चल रहा डेवलपमेंट वर्क

-इधर-उधर बिखरी पड़ी निर्माण सामग्री से पैसेंजर्स को रही प्रॉब्लम

-एस्केलेटर, लिफ्ट, शेड तो कहीं बन रहा फर्श, सर्कुलेटिंग एरिया में भी चल रहा काम

VARANASI

छुट्टियां और वेडिंग सीजन होने की वजह से इन दिनों कैंट स्टेशन पर यात्रियों की भारी भीड़ है। प्लेटफॉर्म से लेकर सर्कुलेटिंग एरिया तक तिल रखने की जगह नहीं है। ऐसे में लोगों को अपनी ट्रेन का इंतजार करना भारी पड़ रहा है। क्योंकि इस समय पूरे कैंपस में डेवलपमेंट वर्क चल रहा है। कहीं शेड उजाड़ दिया गया है तो कहीं बडे़-बडे़ गड्ढे हैं। बालू, सीमेंट, सरिया व पत्थर के टुकड़े हर तरफ बिखरे हैं। इनकी वजह से आए दिन किसी न किसी को चोट लग रही है। बावजूद इसके रेलवे ऑफिसर्स व कार्यदायी एजेंसी से जुड़े लोगों का इसपर ध्यान नहीं है।

एस्केलेटर तो कहीं फर्श

इस समय मुंबई सहित अन्य शहरों में समर वैकेशन होने की वजह से पूर्वाचल के लोग बड़ी संख्या में अपने घर लौट रहे हैं। यही वजह है कि कैंट स्टेशन पर पैसेंजर्स का फ्लो बढ़ गया है। यहां पहुंचते ही उन्हें एस्केलेटर व लिफ्ट वर्क के चलते हुई खोदाई तो प्लेटफॉर्म नंबर चार-पांच हुए तोड़फोड़ से दो चार होना पड़ रहा है। बेतरतीब तरीके से पड़े बिल्डिंग मैटेरियल्स से बचकर नहीं चले तो घायल होना तय है। भीड़ की वजह से डेली कोई न कोई घायल हो रहा है। कुछ दिनों बाद यूपी में भी समर वैकेशन स्टार्ट होने वाला है फिर तो पूर्वाचल के इस सबसे बड़े स्टेशन पर पैसेंजर्स का रेला उतर जाएगा। तब प्लेटफॉर्म पर एक छोर से दूसरे छोर पर पहुंचने में बड़ी मशक्कत करनी होगी।

हर तरफ है खतरा

कैंट स्टेशन पर सारे नियम ताक पर हैं। यहां बड़ी संख्या में बुजुर्ग, महिला, बीमार, दिव्यांग व बच्चों का आना-जाना होता है। कंस्ट्रक्शन वर्क के बावजूद कहीं भी प्रॉपर बेरीकेडिंग नहीं की गयी है। मशीन सहित अन्य सामान पूरे प्लेटफॉर्म पर बिखरे पड़े हैं। जिससे लोगों को चोट लग रही है। नियमानुसार किसी भी कंस्ट्रक्शन वर्क में पब्लिक की सहूलियत का पूरा ध्यान देना जरूरी होता है। खासतौर से जिन जगहों पर पब्लिक का आना-जाना रहता है उस जगह पर चल रहे डेवलपमेंट वर्क में विशेष सावधानी बरती जाती है। यहां कार्यदायी एजेंसी कान में तेल डाले किसी बड़ी घटना का इंतजार कर रही है।

हो रहे ढेरों काम

-स्टेशन पर डेवलपमेंट वर्क करा रही कार्यदायी संस्था राइट्स लिमिटेड है। -प्रपोजल के मुताबिक प्लेटफॉर्म नंबर एक, चार, पांच, छह, सात तथा आठ, नौ के फर्श पर ग्रेनाइट पत्थर बिछाया जा रहा है

इन स्टेशनों के शेड में वाटर प्रुफिंग का काम हो रहा है। ये काम 20 करोड़ रुपये की लागत से कराये जा रहे हैं। प्लेटफार्म नंबर एक पर फ्लोर का काम खत्म होने के बाद फाल्स सीलिंग लगेगी।

-राइट्स लिमिटेड ने नए यात्री प्रतीक्षालय के पास भवन निर्माण शुरू करा दिया है।

-मेन बिल्डिंग के विस्तार के क्रम में यहां 83 मीटर लंबा और 20 मीटर चौड़ा भवन बन रहा है।

-इसी बिल्डिंग में आरपीएफ और जीआरपी थानों के अलावा अन्य ऑफिस शिफ्ट होंगे।

-इसकी लागत करीब 15 करोड़ रुपये है।

मुख्य भवन में एंट्री के लिए तीन नक्काशीदार द्वार का प्रस्ताव है। बीच का प्रवेश द्वार सबसे ऊंचा होगा।

-मुख्य भवन के सामने की सभी खिड़कियां लकडि़यों से बनी चौखटदार नई लगाई जाएंगी।

-मुख्य भवन के खराब हो चुके प्लास्टर को भी सही किया जाना है।

वर्जन---

डेवलपमेंट वर्क से पैसेंजर्स को कोई परेशानी न हो इसके लिए इंतजाम करने का संबंधित एजेंसी को आर्डर दिया गया है। अगर किसी लापरवाही की शिकायत मिली तो कार्रवाई होगी।

सतीश कुमार, डीआरएम

लखनऊ डिवीजन, नार्दन रेलवे