नगर निगम के स्टैंड पर जारी है दोगुनी वसूली, आदेश की खुलेआम उड़ा रहे धज्जियां

अवैध वसूली के सवाल पर स्टैंड संचालक लड़ने को हो जाते है उतारू

VARANASI

वक्त ख् बजकर ख्भ् मिनट

जगह कचहरी के बाहर नगर निगम की दो पहिया पार्किग स्टैंड

यहां पार्किग के लिए निर्धारित शुक्ल से दोगुने की वसूली चल रही है। इसके लिए सोमवार को हमारी टीम ने रियेलिटी चेक किया। दोपहर में बाइक खड़ी करने पहुंचे तो स्टैंड संचालक ने पर्ची दी जो नगर निगम की ओर से जारी की गयी है। इसपर बाइक की पार्किग के लिए पांच रुपये की जगह दस रुपये प्रिंट है। यानी नियमों के विरुद्ध खुलेआम स्टैंड संचालक लूट चल रही है।

कुछ इसी तरह का वाकया मैदागिन स्थित स्टैंड पर भी हुआ। यहां पर दोपहर एक बजे पहुंची हमारी टीम ने अपनी कार नगर निगम के स्टैंड में खड़ी की। उन्हें संचालक ने भ्0 रुपये की पर्ची थमा दी। जब संचालक से सवाल किया गया कि नगर निगम ने ख्भ् रुपये निर्धारित किया है तो आप भ्0 रुपये क्यों ले रहे। इसपर कर्मचारी ने गुस्से में जवाब दिया कि गाड़ी खड़ी करनी है तो करिये वरना बाहर चले जाइये। पर्ची पर जितना छपा है उतना ही पैसा देना होगा।

मनमानी है जारी

नगर निगम की ओर से दिये गये स्टैंड के ठेके पर मनमानी वसूली हो रही है इसकी जानकारी नगर निगम के अधिकारियों तक को है लेकिन इस ओर ध्यान है ही नहीं। स्टैंड संचालक की ओर से मनमानी वसूली को लेकर क्क् सितंबर को तहसीलदार अविनाश कुमार ने उनको तलब किया था और उन्हें सख्त हिदायत दी थी कि वह मनमानी वसूली बंद कर दे वर्ना उनका स्टैंड कैंसल कर दिया जाएगा। लेकिन मनमानी अभी भी जारी है।

एफआईआर की दी थी चेतावनी

स्टैंड संचालकों की मनमानी की शिकायत मिलने पर नगर निगम ने सभी स्टैंड संचालकों को क्क् सिंतबर के साथ बैठक की थी। जिसमें अवैध वसूली और पब्लिक से बदतमीजी को लेकर फटकार लगायी। संचालकों को सख्त हिदायत दिया कि पब्लिक से ज्यादा पैसे लिये गये या फिर नगर निगम की ओर से निर्धारित किये गये एरिया से चौहद्दी बढ़ी मिली तो एफआईआर दर्ज करायी जाएगी। इतना ही नहीं स्टैंड का लाइसेंस भी कैंसल कर दिया जाएगा। बताया कि लगातार शिकायत मिल रही है कि स्टैंड को जितनी जमीन पर पार्किग करने की परमीशन दी है उससे ज्यादा जमीन पर उनका कब्जा हो जाता है।

इनपर होती है गुण्डागर्दी

शहर के कई ऐसे वाहन स्टैंड है जहां पर गुंडागर्दी तक होती है। इसमें सारनाथ, मौदागिन, कचहरी, दुर्गाकुंड ये कुछ ऐसी जगह है जहां पर स्टैंड संचालक गुंडागर्दी तक पर उतारू हो जाते है। सारनाथ, मैदागिन और कचहरी पर रोजाना इसकी शिकायत मिलती रहती है। सारनाथ में ज्यादातर टूरिस्ट आते है या तो लोकल लोग घूमने आते है। यहां पर रोज स्टैंड चलाने वाले लोगों के साथ बदतमीजी करते है।

निर्धारित से ज्यादा की वसूली

नगर निगम की ओर से सिटी में चलने वाले सभी क्ब् स्टैंड के लिए शुल्क निर्धारित किया है लेकिन दो गुनी और उससे भी ज्यादा होती है। जो लोग इसका विरोध करते है उनके साथ संचालक मारपीट करने पर भी उतारू हो जाते है। इनके खिलाफ न तो पुलिस सुनती है और न ही नगर निगम की ओर से कार्रवाई की जाती है। नगर निगम के नाम पर बनायी जाने वाली पर्ची पर साइकिल से सात रुपये से लेकर दस रुपये, बाइक वालों से दस से क्भ् रुपये कई जगह पर ख्0 रुपये तक और कार से ब्0 से भ्0 रुपये की वसूली हो रही है।

ये है नगर निगम का तय किराया

साइकिल - तीन रुपये

बाइक - पांच रुपये

कार - ख्भ् रुपये

ये है नगर निगम के निर्धारित स्टैंड

- कचहरी पर एक बाइक स्टैंड

- कचहरी-वरुणापुल के बगल में शोरूम के बाहर

- चौकाघाट पर जीप और बस के लिए एक स्टैण्ड।

- दुर्गाकुण्ड में दो स्थानों पर है स्टैंड

- मैदागिन पर एक स्टैण्ड

- संकट मोचन मंदिर के बाहर स्टैंड

- अस्सी घाट पर एक स्टैंड

- सारनाथ में एक स्टैंड

- भैसासुर घाट के पास एक स्टैंड

- काली महाल में एक स्टैंड

- लंका स्थित प्राइवेट हॉस्पिटल के पास स्टैंड

- गोदौलिया चौराहे पर एक स्टैंड

- नगर निगम परिसर में स्थित स्टैंड

आपने बताया है इन्हें चेक कराता हूं और अगर अवैध वसूली पायी गयी तो उनके स्टैंड का ठेका निरस्त कर एफआईआर करायी जाएगी।

अविनाश कुमार, तहसीलदार