- ध्वस्त हो चुका है शहर के स्टार्म वॉटर ड्रेनेज सिस्टम

- ज्यादातर इलाकों में चोक हैं नाले, फिर भी कर दिया गया सफाई ठेकों का भुगतान

- डिपार्टमेंट के अधिकारी पढ़ाते हैं वॉटर लॉगिंग के मानक का पाठ

VARANASI

दो दिन हुई झमाझम बारिश ने रिलेटेड डिपार्टमेंट के तैयारियों की कलई खोल दी है। शहर के ज्यादातर इलाके वॉटर लॉगिंग का प्रॉब्लम फेस कर रहे थे। जबकि प्री- मॉनसून से पहले नगर निगम ने एक्सरसाइज किया था। मॉनसून को लेकर डीजे आई नेक्स्ट ने पहले ही अगाह किया था। कैटेगरी वाइज पांच बिन्दुओं पर आधारित वॉर्ड वाइज मोहल्लों के रियलिटी चेक में खामियां सामने लायी गयी थी।

कमर तक लग गया पानी

लगातार दो दिन हुई बरसात के दौरान शहर के एक तिहाई हिस्से में वॉटर लॉगिंग की समस्या उत्पन्न हो गयी थी। पियरी कलां वॉर्ड, दारानगर, तेलियाबाग, तुलसीपुर, शिवपुरवां और गुरुबाग क्षेत्र में घुटने से लेकर कमर तक पानी लगा हुआ था। जिसे निकलने में घंटे भर से ज्यादा समय लगा। ख्7 वॉर्डो के सर्वे के थ्रू इन इलाकों में वॉटर लॉगिंग की समस्या को पहले ही पब्लिश किया जा चुका है।

जमा है सिल्ट और कूड़ा

वॉटर ड्रेनेज सिस्टम दुरुस्त रखने के लिए नगर निगम डिपार्टमेंट ने रोड साइड बड़े और छोटे नालियों की सफाई में करोड़ों रुपये का वर्क आउट सोर्सिग के थ्रू करवाया था। लेकिन डीजे आई नेक्स्ट टीम के रियलिटी चेक में शहर के ज्यादातर रोड साइड नालों में कचड़े मिले, वहीं सफाई में लापरवाही भी बरती गयी थी। नालों के बाहर रखा सिल्ट फिर से बारिश के पानी के साथ नालों में चला गया।

और भी हैं वॉटर लॉगिंग स्पॉट

भेलूपुर जोन : मैना पोखरी, बड़ी गैबी, जक्खा, मोतीझील, नगवां, चपरहिया पोखरी, मकदूम बाबा, देव पोखरी, अंबा पोखरी, अहमदनगर, जक्खा कब्रिस्तान, आकाशवाणी मोड़

दशाश्वमेध जोन : शिवपुरवा का हनुमान मंदिर, निराला नगर लेन नंबर छह, शायरी माता मंदिर, जेपी नगर मलिन बस्ती, निराला नगर लेन नंबर तीन

आदमपुर जोन : सरैया पोखरी, सरैया फकीरिया टोला, कोनिया धोबीघाट, जलालीपुरा, अमरोहिया, सरैया मुस्लिम बस्ती, कोनिया मोहन कटरा, अमरपुर मढ़हिया, सरैया निगोरियां

वरुणापार जोन : रमरेपुर, मवइया यादव बस्ती, शेखनगर बैरीवन और पांडेयपुर गांव

हुआ था ये काम

क्-सड़क किनारे नाली/नाला निर्माण

ए- ख्क्ब्ब्0 मीटर कवर सहित नाली का निर्माण

बी-क्88म्0 ह्यूम पाइप नाली निर्माण

प्रस्तावित लागत

सी-मरम्मत में क्09.99 लाख

डी-नव निर्माण में ख्ब्8क्.क्9 लाख

रेटिंग

वॉर्ड ब् से क्ख्

रेटिंग- ख्.ख्

वॉर्ड क्फ् से ख्0

रेटिंग- फ्

वॉर्ड ख्क् से ख्भ्

रेटिंग- ख्

वॉर्ड ख्म् से ख्7

रेटिंग- फ्.ख्

ओवर ऑल रैंकिंग - फ्.फ्

पब्लिक वर्जन

नगर निगम को बारिश से पहले प्लानिंग कर लेनी चाहिए। हर साल बरसात के बाद वॉटर लॉगिंग की प्रॉब्लम फेस करनी पड़ती है।

रजत मिश्रा

नालों में फिर से कूड़ा और सिल्ट जमा हो गया है। इसके कारण पानी निकलने में टाइम लग रही है।

दिग्विजय त्रिपाठी

रोड साइड पर बड़े और छोटे नालों में जो भी वर्क हुए हैं, उनकी जांच होनी चाहिए। क्योंकि इसी परपज से मॉनसून से पहले शहर के नालों की सफाई हुई थी।

सुनील सिंह

आफिसियल

कैलाश सिंह , चीफ इंजीनियर नगर निगम

सवाल : वॉटर ड्रेनेज सिस्टम दुरुस्त रखने के लिए क्या वर्क हुए?

जवाब : मॉनसून से पहले सभी बड़े और छोटे नालों की सफाई करायी गयी है।

सवाल : फिर भी पानी निकलने में टाइम लग रहा है।

जवाब : ऐसा कोई एरिया नहीं जहां ज्यादा समय लग रहा है।

सवाल : रोड साइड नालों में जमा सिल्ट और कूड़ा नालियों में मिल गया है।

जवाब : डिपार्टमेंट के हिसाब से शहर के सभी रोड साइड नाले पूरी तरह से साफ हैं।