रोडवेज पैसेंजर्स को अब मिलेगा स्मार्टकार्ड की तरह का एमएसटी

कैंट रोडवेज डिपो में स्टार्ट हो गया एमएसटी कार्ड बनना

<रोडवेज पैसेंजर्स को अब मिलेगा स्मार्टकार्ड की तरह का एमएसटी

कैंट रोडवेज डिपो में स्टार्ट हो गया एमएसटी कार्ड बनना

VARANASI :

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एटीएम कार्ड का नाम लेते ही आप सोचने लगे होंगे की रुपये-पैसे की बात हो रही है। लेकिन ऐसा कुछ नहीं है। जिस कार्ड के बारे में बात हो रही है उस कार्ड के लिए पब्लिक को पैसा जरूर देना होगा लेकिन उसके हाथ में आते ही वह एटीएम कार्ड जैसा फील देगा। जेनरेशन को स्मार्ट होते देख गवर्नमेंट भी स्मार्टनेस दिखा रही है। ड्राइविंग लाइसेंस के बाद अब रोडवेज का एमएसटी भी स्मार्ट कार्ड के रुप में चेंज हो गया है।

मंथ के लास्ट में किचकिच

पहले जो एमएसटी बनती थी वह नॉर्मल होती थी। जिस पर फोटो लगाकर पैसेंजर्स को थमा दिया जाता था। जो मंथ के लास्ट आते-आते डैमेज हो जाता था। इसके बाद पैसेंजर्स दोबारा उसे रिन्यूवल कराते थे। जिससे पैसेंजर्स को काफी प्रॉब्लम होती थी। लेकिन अब स्मार्ट कार्ड की तरह एमएसटी बनने से पैसेंजर्स सहित रोडवेज वर्कर्स को भी राहत मिलेगी। क्योंकि वह जल्दी डैमेज नहीं होगी।

हजारों पैसेंजर्स करते हैं सफर

रोडवेज के हजारों पैसेंजर्स है जो मंथली सिजनल टिकट (एमएसटी) लेकर डेली सफर करते है। इसमें स्टूडेंट्स व प्राइवेट-गवर्नमेंट इम्पलाई भी होते है। इसके लिए रोडवेज कैंट से एमएसटी बनवाते है।

कैसे बनेगा स्मार्ट एमएसटी

एमएसटी बनवाने के लिए सबसे पहले आपको दो पासपोर्ट साइज फोटो, एक आईडी प्रूफ एड्रेस की कॉपी के साथ अपना नाम व जिस रूट पर सफर करना है वगैरह एक फॉर्म में फिलपकर रोडवेज टिकट कांउटर पर जमा करना होगा। पंद्रह दिन बाद आपको स्मार्ट एमएसटी कार्ड मिल जाएगा।

जून बाद लगेगी लाइन

समर वैकेशन के कारण एमएसटी प्रक्रिया बहुत स्लो चल रही है। अधिकतर स्टूडेंट्स ही एमएसटी का यूज करते है। इसलिए स्कूल कॉलेजेज स्टार्ट होते ही एमएसटी के लिए स्टूडेंट्स की गैदरिंग बढ़ जाती है। एमएसटी बनवाने के लिए काउंटर पर लंबी लाइन तक लगती है।

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स्मार्टकार्ड की तरह एमएसटी बनना स्टार्ट हो गया है। फॉर्म फिलप के बाद पंद्रह दिन के अंदर पैसेंजर्स के हाथ में एमएसटी पहुंच जाएगी।

आरके राय,

डिपो इंचार्ज, कैंट रोडवेज