-कैंट रोडवेज स्टेशन पर वाल्वो बस की देरी पर उग्र हुए यात्रियों ने टिकट रिफंड काउंटर पर बुकिंग कर्मी का पकड़ा कॉलर, क्षुब्ध रोडवेज कर्मियों ने की स्ट्राइक

-पूरा दिन नहीं कटा टिकट, एमएसटी धारक भी लौटे, आए दिन इस तरह की हो रही घटनाओं से खफा हैं बुकिंग कर्मी

VARANASI

मूर्ति विसजर्न जुलूस में फंसने के कारण साढे़ तीन घंटे लेट से बनारस पहुंची लखनऊ वाल्वो का इंतजार कर रहे पैसेंजर्स ने शुक्रवार की रात रोडवेज कैंट स्टेशन पर जमकर हंगामा मचाया। टिकट रिफंड की मांग पर अड़े डेढ़ दर्जन यात्री टिकट बुकिंग काउंटर पर तैनात रोडवेज कर्मी धर्मेद्र शर्मा से उलझ गये। इस दौरान वे रोडवेज कर्मी का कॉलर पकड़ उनके साथ हाथापाई पर उतर आये। रात लगभग एक बजे अकेले ड्यूटी पर तैनात रोडवेज कर्मी ने अपने बचाव के लिए आरएम, एआरएम से लेकर इंचार्ज, बाबू सभी को कॉल मिलाया लेकिन किसी का फोन नहीं उठा। इससे खफा हुए साथियों ने शनिवार की सुबह सुरक्षा की मांग को लेकर टिकट बुकिंग, एमएसटी सहित अन्य कामकाज ठप कर दिया। रोडवेज कर्मियों का ब्लेम था कि इस तरह की घटनाएं आए दिन हो रही हैं लेकिन अधिकारी मौन साधे हुए हैं। कॉल करने पर फोन तक रिसीव नहीं करते।

17 यात्रियों ने कराया टिकट रिफंड

डेढ़ दर्जन यात्रियों में से कुछ ऐसे भी पैसेंजर्स थे जो ऑनलाइन टिकट बुक कराये थे। वाल्वो बस की देरी पर वह काउंटर से टिकट रिफंड कराना चाहते थे। रूल्स के मुताबिक बुकिंग कर्मी धमेंद्र शर्मा काउंटर से टिकट लेने वालों का ही पैसा रिफंड करने पर राजी था। लेकिन ऑनलाइन टिकट कराये पैसेंजर्स भी काउंटर से ही रिफंड लेने के लिए अड़े हुए थे, मना करने पर यात्रियों ने उक्त रोडवेज कर्मी से हाथापाई की। इसके बाद लखनऊ जाने वाले लगभग 17 पैसेंजर्स ने टिकट रिफंड कराया। रात ढाई बजे वाल्वो बनारस पहुंची और सुबह छह बजे लखनऊ के लिए रवाना हुई।

टिकट मिला न बना MST

साथी के साथ हुए इस मिसबिहेव से खफा रोडवेज कर्मियों ने काउंटर पर काम करने से हाथ खड़ा कर दिया। लखनऊ, काठमाण्डू, कानपुर, शक्तिनगर आदि स्थानों के लिए टिकट नहीं काटा। जिससे यात्रियों को रोडवेज बस स्टेशन से लौट जाना पड़ा। यहीं नहीं एमएसटी के लिए आए पैसेंजर्स भी हड़ताल की भेंट चढ़ गये। काउंटर संबंधित जितने कामकाज थे शनिवार को सब पूरे दिन बंद रहे।

कैश रखने को लॉकर तक नहीं

रोडवेज कर्मियों की मानें तो काउंटर पर सिक्योरिटी को लेकर कोई बंदोबस्त नहीं हैं। सीजन के दौरान एक-एक लाख रुपये कैश जेब में रखना पड़ता है। किसी भी काउंटर पर लॉकर की व्यवस्था नहीं है। जनरल टिकट बुकिंग काउंटर पर आज तक शीशा नहीं लगा। जालीनुमा खिड़की के सहारे बस सुरक्षा की गारंटी दी जा रही है। रोडवेज कर्मियों का कहना था कि अधिकारियों से शिकायत करने पर कोई सुनवाई नहीं होती है।

रोडवेज कर्मी के साथ इस तरह की घटना मेरे नॉलेज में नहीं है। हड़ताल की जानकारी भी नहीं दी गई है।

पीके तिवारी

आरएम, रोडवेज बस स्टेशन, कैंट