-जिन रास्तों पर चलकर कांवरियां जाएंगे बाबा दरबार वो हैं बदहाल

-जगह-जगह बिखरी हैं गिट्टियां, मौजूद हैं गढ्डे

सीन-वन

भैंसापुर रोड की दशा बेहद खराब है। जगह-जगह गिट्टी उखड़ी है। गढ्डों में बारिश का पानी भरा है। सावन शुरू होने वाला है लेकिन अभी तक इस मार्ग की मरम्मत नहीं कराई गई है। इस रास्ते से कांवरियों का जत्था काशी विश्वनाथ मंदिर सबसे अधिक आता है।

पानी भरे गड्ढ़ों के बीच से कांवरियों को गुजरना होगा।

सीन-टू

चितईपुर मार्ग बदहाल है, नुकीली गिट्टियां रास्ते भर बिखरी हुई हैं। भारी वाहनों के आवागमन से रास्ता खराब हो गया है। हाईवे से उतरकर चितईपुर मार्ग से होते हुए ही शहर में कांवरियों का रेला आएगा। दस दिन बाद कांवरियों का जत्था इस सड़क पर दिखने लगेगा और इतने कम वक्त में मार्ग को दुरुस्त करना संभव नहीं है।

सीन-थ्री

महमूरगंज-सिगरा मार्ग की स्थिति इस साल बेहद खराब है। भारी वाहनों के आवागमन से पूरी सड़क ही खराब हो गयी है। जगह-जगह मेनहोल के ढक्कन टूटे हैं तो सड़क पर गिट्टियां भी बिखरी हुई हैं। कांवरियों के लिए इस रास्ते से भी बड़ी संख्या में कांवरिया आते हैं। उनके लिए यह ठगर कठिनाई भरा होगा। महमूरगंज में तो बकायदा कांवरिया राहत शिविर तक बनाया जाता है।

यह सीन तो महज एक उदाहरण भर हैं। शहर में दाखिल होकर बाबा के दरबार तक आने के लगभग सभी रास्ते बदहाल हैं। कुछ मार्ग पर खोदाई तो कुछ मार्गो पर भारी वाहनों के आवाजाही ने सड़कों की स्थिति खस्ताहाल कर दी है। हालत यह है कि कहीं गिट्टियां उभरी हुई तो कहीं मेनहोल के ढक्कन टूटे हुए हैं। दस दिन बाद सावन माह की शुरुआत हो जाएगी। कांवरियों का जत्था शहर में पहुंचने लगेगा लेकिन उनकी राह इस बार आसान नहीं होगी। जबकि जिला प्रशासन व नगर निगम ने दावा किया है कि सावन से पहले सड़कों की मरम्मत करा ली जाएगी। अब तो सावन आने में महज दस दिन शेष हैं। बारिश होने के कारण सड़कें और भी ज्यादा खस्ताहाल हो गयी हैं।

पैचिंग में हुआ खेल

खस्ता सड़कों को चलने लायक बनाने के लिए नगर निगम ने पिछले दिनों पैच वर्क शुरू कराया था। लेकिन इस काम में जबरदस्त लापरवाही हुई। कुछ जगहों पर तो पैच वर्क हुआ लेकिन ज्यादातर सड़कों पर गिट्टी डालकर छोड़ दिया गया है। ये गिट्टी श्रद्धालुओं और कांवरियों के लिए परेशानी का सबब बनने वाली हैं।

ये सड़कें हैं दर्दनाक

-वाराणसी-लखनऊ बाइपास मार्ग, -भोजूबीर-बसही मार्ग, शिवपुर, -लहरतारा, चौबेपुर-पहडि़या, -पांडेयपुर-लालपुर,

-सिगरा,

-महमूरगंज

पुलिस लाइन-पांडेयपुर

पांडेयपुर-खजुरी

आशापुर-पंचक्रोशी मार्ग

-चितईपुर मार्ग

-भदऊ चुंगी-विशेश्वरगंज

उमड़ती है लाखों भक्तों की भीड़

सावन माह में बाबा विश्वनाथ के दर्शन को देश भर से श्रद्धालु आते हैं। पूर्वाचल समेत दूसरे प्रदेशों से भी कांवर लेकर आते हैं। कई रास्तों से कांवरिये गुजरते हैं। उनके सुगम यात्रा की जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होती है। मार्ग दुरुस्त करने के साथ जगह-जगह कांवरिया शिविर लगाया जाता है। लेकिन इस बार प्रशासन ने अपनी जिम्मेदारी ठीक से नहीं निभाई। खराब सड़कों को दुरुस्त नहीं किया। बाबा के दरबार नंगे पांव आने वाले भक्त के पांव रोड पर पड़ी गिट्टियों से लहूलुहान होंगे।

राज्यमंत्री ने जताई है नाराजगी

सावन माह को लेकर राज्यमंत्री डॉ। नीलकंठ तिवारी ने जिला प्रशासन संग बैठक कर सड़कों को दुरूस्त करने का निर्देश दिया है। अब तक सड़कों की मरम्मत नहीं होने से नाराजगी भी जाहिर की है। जिला प्रशासन ने दावा किया है कि सावन से पूर्व शहर की सभी सड़कों को दुरूस्त करा लिया जाएगा।

जिला प्रशासन को निर्देशित किया गया है कि सावन से पूर्व शहर की सभी सड़कों को दुरूस्त करा लिया जाए, जिधर से कांवरियों का जत्था आता है। तय समय पर सड़कें नहीं बनी तो जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।

डॉ। नीलकंठ तिवारी, राज्यमंत्री