-यूनिवर्सिटीज व कॉलेजेज में जांच में फंसी हजारों स्टूडेंट्स की स्कॉलरशिप

-धांधली की कम्प्लेन पर रोकी गई है स्कॉलरशिप व फीस रिम्बर्समेंट की राशि

VARANASI: यूनिवर्सिटीज व कॉलेजेज में स्कॉलरशिप व फीस रिम्बर्समेंट में जबरदस्त धांधली किये जाने की बात सामने आने के बाद हजारों स्टूडेंट्स का कॅरियर फंस गया है। गवर्नमेंट ने मामले को गंभीरता से लेते हुए हजारों स्टूडेंट्स की स्कॉलरशिप व फीस रिम्बर्समेंट पर रोक लगा दी है। इसकी जांच जारी है। ऐसे में फिलहाल स्टूडेंट्स के अकाउंट में स्कॉलरशिप भेजने पर रोक लगा दी गई है। यही वजह है कि महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ व संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड कॉलेजेज के हजारों स्टूडेंट्स को अब तक स्कॉलरशिप व फीस रिम्बर्समेंट की राशि नहीं मिल सकी है। इसके लिए स्टूडेंट्स आंदोलन भी कर चुके हैं।

कई इंस्टीट्यूट से ले रहे लाभ

दरअसल एक स्टूडेंट दो-तीन संस्थाओं से स्कॉलरशिप प्राप्त कर रहे हैं। इसका खुलासा होते ही गवर्नमेंट के कान खड़े हो गए हैं। आनन फानन में इसकी जांच करने का ऑर्डर जारी कर दिया गया। यहीं कारण है कि इस साल बहुत कम स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप जारी हुई है। इस संबंध में पिछले दिनों चांसलर के प्रमुख सचिव का एक लेटर भी संस्कृत यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन को मिला। इसमें कहा गया है कि अब स्कॉलरशिप व फीस रिम्बर्समेंट के लिए एनआईसी की हेल्प ली जाएगी ताकि कोई भी स्टूडेंट गलत डिटेल फीड न कर पाए। यही नहीं इससे धांधली पर भी रोक लगायी जा सकेगी।

डिटेल भेजने का फरमान

गवर्नर हाउस से भेजे गए लेटर में सभी यूनिवर्सिटीज से एफिलिएटेड कॉलेजेज की लिस्ट व अन्य डिटेल एनआईसी को मेल करने को कहा गया है। लिस्ट के साथ कोर्सेज की स्वीकृत सीट संख्या, कोर्सेज का टाइम, एजुकेशन व एग्जाम फीस सहित अन्य डिटेल एनआईसी को अवेलेबल कराने को कहा गया है। ताकि इसके आधार पर छानबीन की जा सके। रजिस्ट्रार वीके सिन्हा ने बताया कि कॉलेजेज की लिस्ट सहित अन्य डिटेल को तैयार कर लिया गया है।