-पीएम की ओर से दिव्यांगों को देने के लिए डीएलडब्ल्यू इंटर कॉलेज में रखें हजारों उपकरण बने खतरा

-कई दिनों से खुले मैदान में बिना निगरानी के रखे हुए थे उपकरण, अब बढ़ायी गयी सुरक्षा

-मेडल डिटेक्टर से किसी गड़बड़ी पता लगाना मुश्किल

1ड्डह्मड्डठ्ठड्डह्यद्ब@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

ङ्कन्क्त्रन्हृन्स्ढ्ढ

दिव्यांगों का तोहफा सुरक्षा एजेंसियों के लिए सिरदर्द बना है। अतिसंवेदनशील पीएम के प्रोग्राम को लेकर जिला प्रशासन, एसपीजी समेत सुरक्षा एजेंसिया अलर्ट हैं। फिलहाल वह डीएलडब्ल्यू इंटर कॉलेज ग्राउंड को पीएम के लिए सेफ नहीं मानते हैं।

ग्राउंड पर रखें हजारों की संख्या में उपकरण सुरक्षा में सेंध लगा रहे हैं। उनका जांच एजेंसियों के लिए चैलेंज हैं। पिछले कई दिनों से खुले मैदान में मौजूद हजारों उपकरणों को मेटल डिटेक्टर से चेक करना मुमकिन नहीं है। एक-एक उपकरण को अलग-अलग चेक करना आसान नहीं है।

होगी असली परीक्षा

22 जनवरी को अपने संसदीय क्षेत्र आ रहे पीएम नरेंद्र मोदी नौ हजार दिव्यांगों को विशेष उपकरण का तोहफा देंगे। ये तोहफा करीब 150 ट्रकों से बनारस आए हैं और डीएलडब्ल्यू इंटर कॉलेज के ग्राउंड में रखे हुए हैं। सभी उपकरण पिछले एक सप्ताह से असेंबल होने के साथ ग्राउंड पर जमा हैं। खुले मैदान में सुरक्षा के नाम पर खास नहीं था। पीएम के आगमन के तिथि नजदीक आने के साथ सुरक्षा बढ़ायी गयी है। सही मायने में कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा के इंतजाम रविवार से सख्त किए गए हैं। सुरक्षा एजेंसियों को डर सता रहा कि मौका पाकर किसी शातिर दिमाग ने उपकरणों का गलत इस्तेमाल न कर लिया हो। उपकरण मेटल का होने की वजह से मेटल डिटेक्टर इसकी जांच नहीं हो सकती है। ऐसे में उपकरणों के जांच की जिम्मेदारी डॉग स्क्वॉयड और स्कैनर टीम पर है। इन्हें एक-एक उपकरण को बारीकी से चेक करना होगा। हालांकि दोनों टीम ने रविवार को एक बार ग्राउंड की चेकिंग की। वहीं बीएचयू से डीएलडब्ल्यू मार्ग को जोड़ने वाले संपर्क मार्ग तक बैरेकेडिंग का काम शुरू हो गया है। इस पूरे मार्ग पर भी सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए जाएंगे।

पुलिस ने लगाया पतंग पर पहरा

प्रधानमंत्री मंत्री नरेन्द्र मोदी के बनारस आगमन पर लंका, भेलूपुर और मंडुवाडीह थाना क्षेत्रों में 22 तारीख को पतंग उड़ाने पर रोक रहेगी। पुलिस लाउडहेलर के जरिए फरमान पब्लिक तक पहुंचा रही है। साथ ही चेतावनी दे रही है कि इसे न मानने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। खुफिया तंत्र ने आशंका व्यक्त किया है कि बनारस में हाल के दिनों में हुई कुछ घटनाओं को लेकर नाराज नागरिक और कुछ पॉलिटिकल पार्टिया पीएम के समक्ष विरोध दर्ज कराने के लिए संदेश लिखी काली पतंगों का सहारा ले सकती हैं। इस बारे में एसएसपी आकाश कुलहरि ने कहा कि प्रधानमंत्री के आगमन के दौरान पतंग के जरिए विरोध-प्रदर्शन करने वालों की पहचान कठिन है। एहतियात के तौर पर भेलूपुर, लंका व मंडुआडीह के थानेदारों को इलाके में चक्रमण कर मोदी के आगमन के दौरान पतंगबाजी पर रोक लगाने के लिए निर्देश दिए गए हैं।