-अंतरराष्ट्रीय ओजोन दिवस पर

काशी विद्यापीठ में हुआ सेमिनार

VARANASI

ओजोन एवं ग्लोबल वार्मिग का मानव पर सकारात्मक व नकारात्मक दोनों प्रभाव पड़ता है। एक तरफ ओजोन परत में छिद्र होने की वजह से ओजोन क्षरण व अल्ट्रावॉयलेट किरणों के प्रभाव में वृद्धि के कारण मानव स्वास्थ्य पर बुरी तरह प्रभाव पड़ा है। ओजोन के क्षरण से त्वचा रोग की संभावना अधिक बनती है। उक्त बातें वीसी डॉ। पृथ्वीश नाग ने शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय ओजोन दिवस पर महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में आयोजित 'ओजोन व जलवायु' विषयक सेमिनार में कहीं। जन विकास एवं कल्याण समिति की ओर से आयोजित सेमिनार में चीफ गेस्ट नगर निगम के उप नगर आयुक्त रमेश चंद्र सिंह ने ओजोन अवरक्षण व उसके संरक्षण के उपायों के बारे में जानकारी दी। मुख्य वक्ता जायका सहासित गंगा एक्शन प्लान के राज शेखर रेड्डी रहे। स्वागत समिति के सचिव महेंद्र सिंह गौतम, संचालन अंजलिका ने किया।