--SIT ने नए सिरे से स्टार्ट की जांच

-संस्कृत यूनिवर्सिटी के नाम से जारी 'फर्जी डिग्री' पर कई के job करने की आशंका

-दस district के selected candidates की लिस्ट पर मांगी report

VARANASI

संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी के नाम की डिग्री व सर्टिफिकेट के आधार पर गवर्नमेंट जॉब करने वाले कैंडीडेट्स के मार्कशीट का फिर से वेरीफिकेशन होगा। स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) को आशंका है कि संस्कृत यूनिवर्सिटी की फर्जी डिग्री के आधार पर बड़ी संख्या में कैंडीडेट्स अब भी नौकरी कर रहें हैं। इसे देखते हुए एसआईटी ने प्रदेश के सभी डिस्ट्रिक्ट में चयनित कैंडीडेट्स के मार्कशीट का वेरीफिकेशन कराने का डिसीजन लिया है। ताकि फर्जी मार्कशीट वालों को पकड़ा जा सके।

भेजी गई कैंडीडेट की लिस्ट

फ‌र्स्ट फेज में एसआईटी ने वाराणसी सहित दस डिस्ट्रिक्ट में सेलेक्ट कैंडीडेट्स के मार्कशीट का वेरीफिकेशन के लिए संस्कृत यूनिवर्सिटी को भेज भी दी है। इस संबंध में स्पेशल अनुसंधान टीम, लखनऊ की एसपी सिटी अमृता मिश्रा ने रजिस्ट्रार प्रभाष द्विवेदी को एक डॉक्यूमेंट भी भेजा है। परिपत्र के साथ वाराणसी के अलावा कन्नौज, अलीगढ़, अमरोहा, बदायूं, विजनौर, फतेहपुर, गाजियाबाद, रामपुर, सांमली, सिद्धार्थ नगर, सहारनपुर, शाहजहांपुर के प्राइमरी स्कूल में चयनित कैंडीडेट्स की लिस्ट भी प्रेषित करने की बात कही गई है। लिस्ट में कैंडीडेट्स के नाम, कोर्स, सन्, रोल नंबर, प्राप्तांक, पूर्णाक का विवरण भी स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है ताकि इन चयनित टीचर्स के मार्कशीट का वेरीफिकेशन किया जा सके। प्राथमिकता के आधार पर एसआईटी ने जल्द से जल्द वेरीफिकेशन रिपोर्ट यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन से मांगी है।

पकड़े गए थे फर्जी

संस्कृत यूनिवर्सिटी के नाम पर बनी डिग्री पर बड़ी संख्या में प्राइमरी स्कूल्स में टीचर्स सेलेक्ट हुए हैं। पिछले दस साल में बड़ी संख्या में सेलेक्ट हुए टीचर्स के मार्कशीट फर्जी पकड़े गए। बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा को देखते हुए गवर्नमेंट ने इसकी जांच एसआईटी को सौंप दी। इसी क्रम में ये नया ऑर्डर हुआ है। जिसमें मार्कशीट व डिग्री का फिर से वेरीफिकेशन होना है।

कैंपस में मचा हड़कंप

यूनिवर्सिटी में हजारों मार्कशीट का वेरीफिकेशन पहले से ही वेटिंग चल रहा है। वहीं दूसरी ओर एसआईटी ने हजारों कैंडीडेट्स के मार्कशीट का वेरीफिकेशन रिपोर्ट जल्द से जल्द मांग लिया है। इसे देख कर्मचारियों के हाथ-पांच फूल रहें है। कर्मचारियों का मानना है कि फिर से वेरीफिकेशन रिपोर्ट तैयार करने में कम से कम तीन महीने का टाइम लगेगा। बहरहाल कैंपस में हड़कंप मच गया है।