- सोमवार को बजट के दिन शहर के विभिन्न होटलों में लाइव प्रसारण देखने के लिए जुटे विभिन्न क्षेत्रों के लोग

- किसी ने सराहा, तो किसी ने कहा उम्मीद के अनुरूप नहीं रहा आम बजट

-व्यापारी वर्ग और उद्योग जगत के खाली रह गए हाथ, पर्यटन उद्योग को भी मिली सिर्फ मायूसी

वर्ष 2020 में कोरोना महामारी झेलते के बाद फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण ने सोमवार को आम बजट पेश किया। सोमवार को पूरे दिन बजट में किसकी लॉटरी लगी और कौन मायूस हुआ यह जानने के लिए शहर के उद्यमी व व्यापारी संगठनों के साथ सीए एसोसिएशन ने बजट का लाइव प्रसारण देखा। इस बजट से व्यापारी वर्ग और उद्योग जगत के हाथ भले ही कुछ खास न आया हो, लेकिन सीएम और उद्योगपतियों ने इसे देशहित में बताया और कहा कि इससे देश में रोजगार के सृजन होंगे और किसानों को लाभ होगा।

इस बजट में सबसे बड़ा फायदा हेल्थ सेक्टर को हुआ है। वहीं व्यापारियों का कहना है कि बजट में व्यापारियों ने जैसी उम्मीद की थी वैसा कुछ भी नहीं देखने को मिला। ऐसा लग रहा है, जैसे यह पूरी तरह से किसानों और स्वास्थ सेक्टर को केंद्रीत कर बनाया गया है। वहीं अगर बनारस की बात करें तो कोरोना महामारी से मुंह के बल गिरे पर्यटन उद्योग पर जरा भी ध्यान नहीं दिया गया।

राहत की आस में रह गए व्यापारी

वाराणसी व्यापार मंडल की ओर से आम बजट 2021 पर चर्चा करने के लिए कबीर रोड स्थित सरोजा पैलेस में शहर के गणमान्य व्यवसायी, चार्टर्ड अकाउंटेंट तथा अन्य संगठनों के पदाधिकारियों ने बैठक की। यहां मौजूद विशेषज्ञों ने इस आíथक बजट को पूरी तरह से फ्लॉप और व्यापारी हितों के खिलाफ बताया। वाराणसी व्यापार मंडल के अध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा एवं महामंत्री प्रमोद अग्रहरी ने संयुक्त रूप में इस बजट की नकारते हुए कहा कि सरकार ने व्यापारियों के लिए किसी तरह की कोई राहत पैकेज की घोषणा नहीं की। जबकि पूरा व्यापारी वर्ग राहत की आस में था।

मीडिल क्लास हुआ निराश

जिलाध्यक्ष नन्हे जायसवाल ने बजट को झुनझुना बताते हुए कहा कि बजट को कब पेश किया और कब खत्म हो गया यह पता ही नहीं चला। संगठन के आईटी सेल अध्यक्ष संतोष सिंह ने कहा कि पूरा व्यापारिक और उद्यमी वर्ग मंदी के दौर में वित्त मंत्री से कुछ विशेष पैकेज की उम्मीद कर रहा था, जिससे बाजार में पूंजी का प्रवाह बढ़े, लेकिन ऐसी कोई घोषणा न होने से व्यापारियों में पूरी तरह से मायूसी है। वहीं इनकम टैक्स स्लैब में किसी भी तरह का फेरबदल न होना मध्यवर्गीय लोगों के पूरी तरह निराश कर गया। कहा कि कुछ ऐसे फैसले लेने की जरूरत थी जिससे बाजार में पूंजी का प्रवाह बढे और मंदी कम हो। इनकम टैक्स में 75 साल से ऊपर के वरिष्ठ नागरिकों को दी गई टैक्स छूट के बारे में भी पूरी तरह से स्पष्ट नहीं किया गया है।

जो नहीं था उसको देशहित में बताया

सोमवार को आम बजट पर इण्डियन इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन के तत्वावधान में कैंटोंमेंट स्थित होटल में बजट के लाइव प्रसारण का आयोजन किया गया। इसमें उद्यमी, व्यापारी व सीए के साथ बैंकर्स व आयकर के अधिकारी मौजूद रहे। जैसे ही स्क्रीन पर वित्तमंत्री सीतारमण आई उद्यमियों, व्यापारियों व सीए से भरे होटल हॉल में शांति छा गयी। सभी एकटक स्क्रीन पर टकटकी लगाए बजट का लाइव प्रसारण देखते रहे। बजट में जो उद्योग हित में था उसकी उद्यमियों ने प्रशंसा की, जो नहीं था उसको देशहित में बताया। करीब तीन घंटे तक उद्यमियों संग व्यापारियों ने बजट का लाइव प्रसारण देखा। इसके बाद कार्यक्रम में बैठे अफसरों, उद्यमियों व व्यापारियों ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया दी। इस दौरान आईआईए के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आरके चौधरी, इनकम टैक्स के संयुक्त आयकर आयुक्त संत प्रकाश, पंजाब नेशनल बैंक के जीएम आरके वशिष्ठ, डीजीएम हरिवंश कवर, टीएस तूफान, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के जीएम सीएम विनोचा, एडिशनल कमिश्नर एसबीआई के मिथिलेश शुक्ला, ज्वाइंट कमिश्नर अनिल कुमार, ज्वाइंट कमिश्नर उमेश कुमार सिंह, ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ टैक्स प्रैक्टिनर्स के उपाध्यक्ष ओपी शुक्ला, इनकम टैक्स बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ज्ञान प्रकाश शुक्ला समेत सभी ने इस बजट को आमजन के साथ देशहित में बताया।

नए भारत का है बजट

वहीं इण्डो अमेरिकन चैम्बर ऑफ कॉमर्स व रामनगर औद्योगिक एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में सुंदरपुर स्थित ओंकार भवन में आम बजट का लाइव प्रसारण किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने एक सुर में कहा कि यह बजट नए भारत का बजट है। कार्यक्रम में रामनगर औद्योगिक एसोसिएशन के अध्यक्ष देव भट्टाचार्य, इण्डो अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स यूपी शाखा वाराणसी की अध्यक्ष सुदेशना बसु, प्रो। जीसी जयसवाल, सीए बृजेश जायसवाल, सीए कमलेश अग्रवाल, सीए शिशिर उपाध्याय, सीए पूनम अग्रवाल, उद्यमियों में अजय राय, जयप्रकाश पाण्डेय, सुरेन्द्र राय, शिव जायसवाल, विजय केशरी, राम सिंह, सतीश गुप्ता, परेश सिंह, भरत जोतवानी, चांदपुर औद्योगिक क्षेत्र के महामंत्री पीयूष अग्रवाल, विजय शंकर गुप्ता मौजूद थे।

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:::: लोगों ने बजट पर रखे अपने विचार ::::

फाइनेंस मिनिस्टर ने बजट में व्यापारियों के लिए किसी तरह की कोई राहत पैकेज की घोषणा नहीं की। जबकि पूरा व्यापारी वर्ग राहत की आस में था। कोरोना महामारी की मार झेलने के बाद व्यापारी इस उम्मीद में थे कि बजट में कुछ विशेष पैकेज की घोषणा होगी, जिससे बाजार में पूंजी का प्रवाह बढ़े। मगर ऐसा कुछ भी नहीं हुआ।

अजीत सिंह बग्गा, अध्यक्ष-वाराणसी व्यापार मंडल

पूर्वाचल पैकेज की मांग लंबे समय से की जा रही है, लेकिन उसे इस बजट में भी नजर अंदाज कर दिया गया। छोटे उद्यमियों के हाथ निराशा लगी है, जबकि भारत के जीडीपी में इन्हीं का 48 परसेंट का योगदान है। यह बजट पूरी तरह से स्वास्थ्य और किसान संगत है।

प्रेम मिश्रा, महानगर अध्यक्ष, उद्योग व्यापार समिति

आम बजट में पर्यटन उद्योग को कुछ भी न मिलने से पर्यटन उद्यमियों में मायूसी है। जबकि कोरोना काल से उभरने के लिए विशेष पैकेज मिलना चाहिए था, लेकिन उद्यमियों में भविष्य को लेकर उम्मीद भी है। स्वास्थ्य और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर पर ज्यादा ध्यान दिया गया है जिसका लाभ अप्रत्यक्ष रूप से उद्योगों को मिल सकता है ।

राहुल मेहता, अध्यक्ष, टूरिज्म वेलफेयर एसोसिएशन

यह बजट नए एवं आधुनिक भारत को गति देने वाला है। किसी भी वर्ग पर किसी तरह का नया टैक्स या कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है, जो सराहनीय कदम है। किफायती आवास योजना के तहत टैक्स छूट की समय सिमा बढ़ाकर 31 मार्च 2022 तक करना स्वागत योग्य है। इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए एक लाख 97 हजार करोड़ का आवंटन सराहनीय है।

अनुज डिडवानिया, अध्यक्ष वाराणसी बिल्डर्स एण्ड डेवलपर्स एसोसिएशन

बजट वरिष्ठ नागरिक, मध्यम वर्ग समेत प्रत्येक वर्ग का ख्याल रखते हुए रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए शानदार एवं असीम संभवानाएं लाया है, जिससे निश्चित रूप से इस क्षेत्र को गति मिलेगी। यह बजट अर्थव्यवस्था को गति देने एवं देश के हर नागरिक को आíथक रूप से सशक्त करने का कार्य करेगा।

अबूप अग्रवाल, सीएमडी, रुद्रा समूह

सदी की सबसे बड़ी त्रासदी झेलने के बाद सरकार ने जो बजट पेश किया है वह काफी संतुलित है। बजट ने किसान, बुजुर्ग एमएसएमई सेक्टर के अलावा अस्पताल, आयकरदाताओं के लिए राहत दी है। इससे देश का विकास होगा। रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

आरके चौधरी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, आईआईए

सरकार ने इंश्योरेंस सेक्टर में 49 प्रतिशत से बढ़ाकर 74 प्रतिशत एफडीआई किया है। इससे इंश्योरेंस सेक्टर बढ़ेगा, इससे लोग जुड़ेंगे। लिमिटेड लायबलिटी पार्टनरशिप एक्ट है इसमें बहुत ही महत्वपूर्ण संशोधन किया है। कंपनी एक्ट की तर्ज पर अपराध मुक्त करने का प्रस्ताव दिया है इससे लोगों को मजबूती मिलेगी। स्टार्टअप में सरकार ने छूट का दायरा और बढ़ा दी है इससे रोजगार सृजन होंगे।

कमलेश अग्रवाल, सीए

आयकर पुर्ननिर्धारण में छह साल की लिमिट को घटाकर तीन साल कर दिया गया है। इससे अब तीन से अधिक के पुराने केसेज एक लिमिट तक नहीं खुलेंगे। सीनियर सिटीजन में जिनकी उम्र 75 व 75 से अधिक है उनको आयकर रिटर्न फाइल नहीं करना पड़ेगा। रिटर्न जो नया आएगा उसमें काफी सहूलियत दी गयी है। कुल मिलाकर बजट देश हित में है।

सुदेशना बसु्र, सीए

इस बजट में फाइनेंस मिनिस्टर ने आयकरदाताओं के लिए राहत दी है। टैक्स के स्लैब में कोई भी बदलाव नहीं किया गया है। इनकम टैक्स स्लैब में किसी भी तरह का फेरबदल न होना मध्यवर्गीय लोगों के पूरी तरह निराश कर गया है। बैंकिंग सेक्टर को मजबूत करने का प्रयास किया गया है।

जमुना शुक्ला, सीए

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बजट में कोविड वैक्सीन के लिए 35 सौ करोड़ का प्रावधान किया गया है जो स्वागत योग्य है। प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर स्वास्थ्य योजना के तहत अगले 6 साल में कुल 64180 करोड़ का प्रावधान किया गया है। साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में 17000 व शहरी क्षेत्र में 11000 हेल्थ एवं वैलनेस सेण्टर खोले जाएंगे, जिसका लाभ वाराणसी सहित पूरे पूर्वांचल की जनता को मिलेगा। इसके साथ चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा संचालित हॉस्पिटल के लिए छूट का लाभ 1 करोड़ से बढ़ा कर 5 करोड़ करने का फायदा भी वाराणसी सहित पूरे पूर्वांचल को मिलेगा, क्यूंकि यहा बड़ी संख्या में चैरिटेबल हॉस्पिटल ट्रस्ट द्वारा संचालित होते हैं।

डॉ। संजय राय, प्रदेश उपाध्यक्ष, इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन