वाराणसी (ब्यूरो)काशी में पिशाचमोचन कुंड अकाल मृत्यु वालों के श्राद्ध-तपर्ण के लिए विख्यात हैइसके साथ ही चोरी के वाहनों के कटने के लिए कुख्यात भी हैजैतपुरा के चौकाघाट कबाड़ मंडी और चेतगंज थाने के पास पिशाचमोचन में चोरी की गाडिय़ां कटती हैंकबाड़ मंडी में चोरी की गाडिय़ों को काटकर उनके पाट्र्स बेच दिए जाते हैंइन कटे पाट्र्स को शहर के साथ ही पूर्वांचल के कई जिलों व बिहार में भी भेजा जाता हैसिटी के बीचोबीच बिना एनओसी चोरी की बाइक काटने का मामला कई बार प्रकाश में आ चुका हैदैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने स्टिंग किया तो कई चौंकाने वाली स्थितियां सामने आईं.

सेकंड हैंड इंजन की पड़ताल

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने सेकंड हैंड बाइक का इंजन खरीदने के संबंध में पिशाचमोचन कबाड़ मंडी का रुख कियादो कबाड़ शॉप की स्टिंग में पांच हजार रुपए मे किसी भी बाइक का इंजन, 400 रुपए में सिलेंडर, 50 रुपए में बंफर और ऑडर्र देने पर हेडलाइट समेत हर वह पार्ट मिल नजर आया, जिसकी आपको जरूरत होये सभी सामान यहां मार्केट रेट से आधी कीमत पर उपलब्ध थे.

बदनाम मंडी पुराना दस्तुर

जैतपुरा के चौकाघाट कबाड़ मंडी और चेतगंज थाने के पास पिशाचमोचन में कई दशक से चोरी की गाडिय़ां कटती हैंमामला कई बार उजागर भी हो चुका हैजांच-पड़ताल के बाद हर बार स्थानीय थाने में मुकदमा दर्ज होता हैआरोपियो के खिलाफ जांच शुरू होती है, लेकिन कुछ माह बाद मामला आया गया हो जाता हैएक बार फिर मंडी में हर तरह के वाहनों के पार्ट की उपलब्धता इस ओर इशारा कर रही है कि चोरी के वाहन कटने का काम बदस्तूर जारी है

अब तक की बड़ी कार्रवाई

सूत्रों की मानें तो कबाड़ के काले धंधे में सबकुछ दयादृष्टि और सेटिंग से होता हैइन चोरों पर जो अफसर कड़ाई करते हैं, देर-सवेर उनका तबादला हो जाता हैजो नए आते हैं जबतक जरूरी नहीं तब तक विभागीय सेटिंगबाज उन्हें जानकारी ही नहीं देतेबीते दिंसबर में चेतगंज के तत्कालीन एसीपी अनिरूद्ध कुमार ने चौकाघाट कबाड़ मंडी में छापा मारकर 21 चोरी के वाहनों को कटते हुए बरामद किया थाइस केस में चौकाघाट चौकी प्रभारी ने छह लोगों के खिलाफ खुद जैतपुरा थाने में मुकदमा दर्ज कराया था

कहां बिकते हैं पार्ट

पूरे पूर्वांचल में सस्ते दाम पर बाइक-फोर ह्वीलर के इंजन से लेकर बंफर तक के पार्ट बड़ी आसानी से पिशाचमोचन कबाड़ मंडी में मिल जाते हैंगाजीपुर, चंदौली, मिजार्पुर, सोनभद्र, आजमगढ़, भदोही, भभुआ, मोहिनयां, सासाराम, बक्सर समेत डेढ़ दजर्न से अधिक जनपदों में पार्ट्स की सप्लाई की जाती है

पक्के पहचान पर डिलीवरी

पिशाचमोचन कबाड़ मंडी में सभी को हर तरह के पार्ट्स मिल जाएंगेलेकिन, इंजन और जरूरी पार्ट खरीदने के लिए जबर और पुख्ता पहचान की जरूरत होती हैदुकान के आसपास मंडराने वाला एजेंट पूरी तस्दीक कर लेता है कि, आप कस्टमर हैं तभी दुकान मालिक के पास सौदेबाजी को ले जाता है

ऑडर्र पर इंजन और हेडलाइट

दुकान में बंफर, ह्वील, हैंडल, इंडीकेटर, बैकलाइट, रेड लाइट, स्टैंड, चैन स्पॉकिट, टैंक, नाजिल, कावोर्रेटर, ब्रेक, रिंग-पीस्टन, शॉकर, वाइजर, फ्र म, लेग गार्ड समेत कई पार्ट आसानी से मिल जाते हैंलेकिन, इंजन और हेडलाइट ऑडर्र पर मिलते हैंकभी-कभी तो तुरंत मिल जाते हैं, कभी महीनों वेट करना पड़ता है.

सीन-1

पिशाचमोचन कबाड़ शॉप

रिपोर्टर - पैशन प्लस का इंजन चाहिए?

शॉपकीपर - मिल जाएगा, छह हजार रुपए लगेंगे.

रिपोर्टर- चार हजार में मिल पाएगा?

शॉपकीपर- रुकिए, बात करके बताता हूं (फोन पर बात करने लगा).

रिपोर्टर- नहीं हो पाएगा क्या?

शॉपकीपर- पांच हजार रुपए लगेंगे, दो दिन का टाइम लगेगा.

रिपोर्टर- अभी चाहिए.

शॉपकीपर- थोड़ा टाइम दिजिए.

रिपोर्टर- अर्जेंट हैकहते हुए शॉप से बाहर निकल गया.

सीन-2

पिशाचमोचन कबाड़ शॉप एरिया में एक एजेंट मिलता है.

रिपोर्टर- बाइक का इंजन और सिलेंडर चाहिए.

एजेंट- मिल जाएगा, मेरे पीछे आइए.

रिपोर्टर- बढिय़ा ओर सस्ता दिलवाईएगाबात करते हुए रिपोर्टर और एजेंट एक कबाड़ शॉप पर पहुंचते हैं.

शॉपकीपर- क्या चाहिए, कहां से आए हैं?

रिपोर्टर- बाइक का इंजन चाहिए, विद्यापीठ विवि से आ रहे हैं.

शॉपकीपर- मिल जाएगा, बाइक ले आइए.

रिपोर्टर- 2008 मॉडल की बाइक पुरानी है, इंजन है तो दिजिए.

शॉपकीपर- 55 सौ रुपए लगेंगे, कोई गारंटी नहीं रहेगी.

रिपोर्टर- महंगा है, कम करिए.

शॉपकीपर- 400 रुपए का सिलिंडर लगवा लिजिएएकदम नया आया हैइंजन का भरोसा नहीं रहता, पुराना भी हो सकता है.

रिपोर्टर- पैशन का हेडलाइट सेट रखे हैं क्या?

शॉपकीपर- अपना मोबाइल नंबर लिखवा दिजिए, आते ही खबर करूंगा.

रिपोर्टर- दो मिनट में आता हूं.

पिशाचमोचन में चोरी के वाहन काटने वालों पर कार्रवाई की जा चुकी हैइन कटे हुए वाहनों के पार्ट पूर्जे बेचना इल्लीगल हैकिसी भी कीमत पर इल्लीगल धंधे को बर्दाश्त नहीं किया जाएगाऐसे लोगों को चिंहित कर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.

आदित्य लांगहे, डीसीपी, वरुणा जोन