जमकर की नारेबाजी

कॉलेज में स्टूडेंट यूनियन के नाम पर हर स्टूडेंट से 45 रुपये की वसूली की जाती है। करेंट सेशन में करीब छह हजार स्टूडेंट्स अध्ययनरत हैं। इस प्रकार फंड में दो लाख 70 हजार रुपये होना चाहिए जबकि मात्र 54,731 रुपये बचे हैं। इसी प्रकार यूजीसी से मिले 45 लाख रुपये का भी मिसयूज किया गया है। इन मुद्दों को लेकर स्टूडेंट्स ने अपना विरोध जताया। इस दौरान कॉलेज एडमिनिस्टे्रशन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। प्रदर्शन करने वालों में स्टूडेंट यूनियन के प्रेसिडेंट विनय कुमार, वाइस प्रेसिडेंट कमाल अख्तर, जनरल सेक्रेटरी मुकेश चंद्र यादव, पुस्तकालय मंत्री सन्नी केशरी व राहुल श्रीवास्तव शामिल रहे।

प्रिंसिपल ने दी सफाई

स्टूडेंट्स के आरोप को प्रिंसिपल डॉ। सोहन लाल यादव ने बेबुनियाद बताया। कहा कि 45 रुपये में 30 रुपये छात्रसंघ फंड के लिए व 15 रुपये समारोह आयोजित करने के लिए स्टूडेंट्स से लिये जाते हैं। इस प्रकार 30 रुपये के रेट से कुल 1,80,000 रुपये फंड में था। लास्ट इयर की तरह इस वर्ष भी छात्रसंघ फंड से इलेक्शन कराए गए। इसमें करीब 1,25,000 रुपये खर्च हो गए। बाकी रुपये फंड  में अब भी बचे हुए हैं। ऐसे में यह आरोप भी निराधार है। उधर टीचर्स व स्टाफ के साथ मिसविहेब व तोडफ़ोड़ करने वाले स्टूडेंट्स लीडर्स के अगेंस्ट कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके तहत स्टूडेंट काउंसिल लीडर्स के अलावा राहुल श्रीवास्तव, शशिकांत यादव सहित 15 अज्ञात स्टूडेंट्स के खिलाफ कोतवाली थाने में एप्लिकेशन दिया गया है।