-शिवाला का था निवासी, हिमाचल मंडी में नदी में डूबने से गई जान

-बेटे के मौत की खबर सुन माता-पिता की हालत बिगड़ी

VARANASI

मां-बाप के सपने को पूरा करने के लिए बेटा उनसे दूर पढ़ने के लिए गया था लेकिन घर में किसी को क्या पता था कि होनहार बेटा अब कभी नहीं लौटेगा। यह घटना शिवाला के रहने वाले दीप प्रकाश के साथ हुई है। दीप हिमाचल के मंडी में आईआईटी का स्टूडेंट था। गुरुवार शाम वहां एक नदी में डूबने से उसकी मौत हो गई। जवान बेटे के मौत की सूचना मिलते ही घर में कोहराम मच गया और मां बाप की हालत बिगड़ गई। पिता को बीएचयू के ट्रामा सेंटर में एडमिट कराया गया है।

सोमवार को हुआ था रवाना

पिता ने सोमवार की शाम बेगमपुरा एक्सप्रेस से अपने क्7 वर्षीय बेटे दीप प्रकाश को नाश्ता देकर कैंट स्टेशन से मंडी (हिमाचल प्रदेश) के लिए विदा किया था। मंगलवार की शाम को वह अपने संस्थान में पहुंचा था। जिसके बाद उसने पिता मंसा सिंह को आराम से पहुंचने की सूचना भी दी थी। गुरुवार की रात जब संस्थान से बेटे के डूबने से मौत की खबर आई तो उनके नीचे से जमीन खिसक गयी। वह गश खाकर गिर पड़े। उनके करीबी मित्र अतुल खरे ने बीएचयू इमरजेंसी में भर्ती कराया। माता चंदा सिंह की हालत भी काफी दयनीय है। उन्हें विश्वास ही नहीं हो रहा है कि उनका बेटा अब इस दुनिया में नहीं रहा।

दवा की दुकान है पिता की

सुसुवाही स्थित विवेक नगर कॉलोनी निवासी मंसा सिंह की शिवाला में दवा की दुकान है। वह थोक दवा कारोबारी है। दीप प्रकाश दो भाइयों व दो बहनों में तीसरे नंबर पर था। उसने हाईस्कूल की परीक्षा सेंट जॉन्स डीरेका व इंटर की परीक्षा सनबीम भगवानपुर से अच्छे मा‌र्क्स से पास किया था। फ‌र्स्ट अटेंप्ट में उसने इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा में अच्छे नंबर पाये और हिमांचल प्रदेश स्थित आईआईटी मंडी में प्रवेश लिया था। उसका फ‌र्स्ट इयर था। बड़ा भाई एमटेक कर रहा है जबकि बड़ी बहन देव प्रिया बीएचयू स्थित इंप्लाई हेल्थ सेंटर में फार्मासिस्ट है। दीप प्रकाश की मौत की खबर सुन मंसा सिंह के बड़े भाई मुन्ना लाल सिंह अपने बेटे मनीष व भतीजी देवप्रिया के साथ प्लेन से रवाना हो चुके हैं।