- बीएचयू में दो हॉस्टलों के छात्रों के बीच हुए बवाल के बाद विवि प्रशासन और पुलिस सख्त

- जो छात्र हॉस्टलों में अवैध रूप से रह रहे थे वे हॉस्टल खाली कर जाने लगे

- अपर पुलिस आयुक्त सुभाष चंद्र दुबे ने बवाली छात्रों को सुधरने की दी नसीहत

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फीसद छात्र रविवार व सोमवार को हॉस्टल खाली कर चले गए

काशी ¨हदू विश्वविद्यालय में पिछले दिनों दो हॉस्टलों के छात्रों के बीच हुए बवाल के बाद विवि प्रशासन के साथ ही पुलिस भी सख्त हो गई है। दो दिन पहले शनिवार को अपर पुलिस आयुक्त सुभाष चंद्र दुबे ने चीफ प्राक्टर प्रो। आनंद चौधरी व अन्य अधिकारियों के साथ एलडी गेस्ट हाउस में बैठक कर बवालियों पर नकेल कसने की रणनीति तैयार की। चेताया कि अगर आगे से किसी ने बवाल करने की हिमाकत की तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। एसीपी की इस हनक का असर भी अब विश्वविद्यालय परिसर में दिखने लगा है। रविवार से ही जो छात्र हॉस्टलों में अवैध रूप से रह रहे थे वे हॉस्टल खाली कर जाने लगे हैं।

चली थी लंबी बैठक

कोरोना की दूसरी लहर के कारण अप्रैल से ही विश्वविद्यालय बंद है। संक्रमण कम होने के बाद एक सितंबर से विश्वविद्यालय में ऑफलाइन पठन-पाठन शुरू होने जा रहा है। इसके पहले की कुछ दिनों से विवि को अशांत करने की मंशा से कुछ छात्र बवाल कर रहे थे या फिर बवाल को हवा दे रहे थे। इसी बात को लेकर पिछले दिनों अपर पुलिस आयुक्त सौरभ चंद्र दुबे, चीफ प्राक्टर प्रो। आनंद चौधरी के साथ ही अन्य अधिकारियों ने काफी देर तक बैठक की। इसमें तय किया गया कि कभी भी हॉस्टल में छापेमारी की जा सकती है। साथ ही जो बवाली छात्र हैं और अपनी राजनीति चमकाने के लिए अनावश्यक ही धरना-प्रदर्शन की आड़ में विवि का शैक्षणिक माहौल खराब करते हैं उनसे सख्ती से निपटा जाएगा। इसके बाद बिना आवंटन कर रहे 70 फीसद छात्र रविवार व सोमवार को हास्टल खाली कर चले गए। वहीं सोमवार को भी चीफ प्राक्टर कार्यालय में प्राक्टोरियल बोर्ड के अधिकारियों व हास्टल वार्डन के बीच बैठक हुई। इसमें भी बवाली छात्रों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की रणनीति बनाई गई।