- संस्कृत माध्यमिक विद्यालयों में संविदा पर शिक्षकों की नियुक्ति करने का निर्णय

-अध्यापकों की कमी को देखते हुए मानदेय पर नियुक्त करने की तैयारी

- संयुक्त शिक्षा निदेशक ने मांगा माध्यमिक संस्कृत विद्यालयों से रिक्त पदों की सूचना

12000

रुपये संविदा पर नियुक्त होने वाले पूर्व मध्यमा (हाईस्कूल) के अध्यापकों को मिलेगा प्रतिमाह मानदेय

15000

रुपये मानदेय दिया जाएगा उत्तर मध्यमा (इंटर) पढ़ाने वाले अध्यापकों को प्रतिमाह

सूबे के माध्यमिक संस्कृत विद्यालयों में शिक्षकों का टोटा बना हुआ है। इसे देखते हुए शासन ने सहायता प्राप्त संस्कृत माध्यमिक विद्यालयों में संविदा पर शिक्षकों की नियुक्ति करने का निर्णय लिया है ताकि नियमित नियुक्ति होने तक पठन-पाठन प्रभावित न हो सके। ऐसे में अब संविदा के भरोसे प्राच्य विद्या की पढ़ाई होगी।

इस संबंध में जनपद के संस्कृत विद्यालयों के प्रधानाचार्यों की बैठक गुरुवार को राजकीय क्वींस इंटर कालेज में बुलाई गई। अध्यक्षता करते संयुक्त शिक्षा निदेशक (जेडी) प्रदीप कुमार ने जनपद के सभी 49 विद्यालयों से दो दिनों के भीतर अध्यापकों के रिक्त पदों का विवरण मांगा है ताकि संविदा शिक्षकों के लिए विज्ञापन जारी किया जा सके।

जिला विद्यालय निरीक्षक डा। विनोद कुमार राय ने कहा कि संस्कृत विद्यालयों में स्थायी अध्यापकों की नियुक्ति की भी प्रक्रिया जल्द शुरू होने वाली है। अध्यापकों की स्थायी नियुक्ति में देरी होने की संभावना है। ऐसे में फिलहाल मानदेय पर अध्यापकों की नियुक्ति करने का निर्णय लिया गया है। बैठक में पंचम मंडल की उप निदेशक (संस्कृत पाठशाला) मंजू शर्मा सहित अन्य लोग उपस्थित थे। संचालन हिमांशु तिवारी व धन्यवाद ज्ञापन प्रधानाचार्य डा। गंगाधर राय ने किया।

यह होना जरूरी

- न्यूनतम 21 वर्ष की आयु होना अनिवार्य

- एक अभ्यर्थी अधिकतम पांच विद्यालयों में कर सकता है आवेदन

- शैक्षणिक गुणांक व साक्षात्कार में प्राप्त अंकों के आधार पर होगा चयन

-शासन के अनुसार आरक्षण के नियम भी होंगे प्रभावी