- पठानकोट हमले के बाद लगातार बनारस में मिल रहे हैं लावरिस बैग और ब्रीफकेस, स्टेशन पर दो बार हो चुका है ऐसा

- पुलिस समेत जांच एजेंसियां हुई अलर्ट, बढ़ाई गई सुरक्षा

VARANASI

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस में लगता है किसी की नजरें गड़ी हैं। तभी तो लगातार कुछ दिनों से कोई एक के एक बाद पुलिसिया अलर्टनेस चेक करने के लिए ट्रायल ले रहा है। कभी कैंट स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर बम की सूचना फैला दी जाती है तो कभी स्टेशन हाल में लावारिस ब्रीफकेस छोड़कर अफरा तफरी पैदा कर दी जाती है। सिर्फ कैंट ही नहीं बल्कि शहर के दूसरे इलाकों में भी यही हाल है। गुरुवार को ही रथयात्रा पर लबे रोड एक लावारिस बैग मिला। दो दिन पहले ऑटो में एक बैग मिलने से सनसनी फैल गई। जिसके बाद अब सवाल ये उठने लगा है कि आखिर कौन है जो बनारस की सुख शांति को डिस्टर्ब करने के लिए आये दिन ऐसा कर रहा है? क्यों हो रहा है ऐसा? क्या ये कोई ट्रायल तो नहीं है ये चेक करने के लिए कि कितनी अलर्ट है बनारस की पुलिस? ये कुछ ऐसे सवाल हैं जो आये दिन मिलने वाले लावारिस बैग और ब्रीफकेस को लेकर उठने लगे हैं।

पास है गणतंत्र दिवस

बनारस में आतंकी ट्रायल को लेकर संदेह इसलिए भी पैदा हो रहा है क्योंकि अभी दो बड़े इवेंट शहर में होने हैं। पहला इवेंट ख्ख् जनवरी को पीएम नरेन्द्र मोदी का बनारस दौरा है और दूसरा ख्म् जनवरी यानि गणतंत्र दिवस। चूंकि आतंकी निशाने पर मोदी शुरू से हैं इसलिए आशंका जताई जा रही है कि अमन चैन बिगाड़ने में जुटे दहशतगर्द कुछ अनहोनी कर सकते हैं। दूसरे गणतंत्र दिवस से पहले जारी अलर्ट बनारस के लिए भी है। जिसके चलते बार-बार लावारिस बैग और ब्रीफकेस का मिलना संदेह पैदा कर रहा है कि कहीं कोई आतंकी साजिश तो नहीं है बनारस को दहलाने की।

मचा रहा हड़कंप

शुक्रवार की सुबह भी कैंट स्टेशन पर कुछ ऐसा ही हुआ। मेन हॉल में एक लावारिस सूटकेस मिला जिसके बाद जीआरपी ने पूरे हॉल को खाली करा दिया। कुछ दूर बाद बम डिस्पोजल स्क्वॉड संग डॉग स्क्वॉड पहुंचा और जांच शुरू हुई तो सूटकेस से कुछ कपड़े, एक ट्रांजिस्टर और अन्य सामान निकले। जिसके बाद पुलिस ने राहत की सांस ली।

जरूरी है रहें अलर्ट

- एक जिम्मेदार नागरिक होने के कारण हमारी भी जिम्मेदारी है कि हम अलर्ट रहे

- इसके लिए जरूरी है कि अगर बिजी इलाके, घाट, स्टेशन या बाजार में कोई भी लावारिस बैग, सूटकेस, खिलौना या फिर झोला मिले तो उसे छुए नहीं बल्कि तत्काल पुलिस को सूचना दें

- किसी भी लावारिस चीज को छुएं नहीं और न ही किसी दूसरे को हाथ लगाने दें

- लावारिस वस्तु के मिलने पर जहां तक संभव हो उससे दूर रहे और दूसरों को भी इससे दूर रखें

पुलिस के लिए भी जरूरी है एक्टिव होना

- ऐसी स्थिति में पब्लिक के साथ पुलिस का भी एक्टिव होना जरुरी है

- इसके लिए जरूरी है कि लावारिस वस्तु की सूचना मिलते ही बम स्क्वॉड और डॉग स्क्वॉड जल्द से जल्द मौके पर पहुंचे

- इसके पहले स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच कर उस एरिया को खाली कराकर सील करें जहां लावारिस बैग या वस्तु पड़ी हो

- पब्लिक को इस एरिया से जितना हो सके उतना दूर रखें

- बम स्क्वॉड के आने के बाद प्रॉपर चेकिंग करने के बाद ही लावारिस बैग या ब्रीफकेस को खोला जाये ताकि सेफ्टी पाइंट ऑफ व्यू से सब ठीक रहें

पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद है। संवेदनशील जगहों की प्रॉपर निगरानी की जा रही है। कोई कमी न हो इसके लिए स्पेशल टीम को भी तैयार किया जा रहा है। पब्लिक को भी पुलिस की मदद करनी चाहिए ताकि हर मोर्चे पर मजबूती से खड़ा रहा जा सके।

एसके भगत, डीआईजी