-सुप्रीम कोर्ट के फैसले से मिली राहत

- डिस्ट्रिक्ट में 1171 शिक्षामित्रों का हुआ है समायोजन

VARANASI

परिषदीय स्कूल्स में समायोजित शिक्षामित्रों को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिल गई है। फिलहाल वह अपने पदों पर बने रहेंगे। मंगलवार को तमाम शिक्षक संगठनों से सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया और आपस में मिठाइयां बांट खुशी जाहिर की। हालांकि समायोजित शिक्षामित्रों को ग्रेजुएशन व शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास करना अनिवार्य है। उन्हें टीईटी पास करने के लिए दो मौके भी मिलेंगे। इतना ही नहीं टीईटी करने के लिए उन्हें उम्र के नियमों में छूट भी मिलेगी। कुल मिलाकर टीईटी पास करना अनिवार्य है। क्999 से साल ख्0क्0 तक डिस्ट्रिक्ट में कुल क्70क् शिक्षामित्रों की नियुक्ति हुई थी। इसमें से क्क्7क् शिक्षामित्र सहायक अध्यापक पद पर समायोजित किए जा चुके हैं।

पीएम के दर पर हुआ था प्रदर्शन

क्ख् सिंतबर ख्0क्भ् को हाईकोर्ट ने उत्तर प्रदेश के करीब क्.7ख् लाख शिक्षामित्रों का सहायक शिक्षक के तौर पर समायोजन को कैंसिल कर दिया था। इसके बाद सूबे में भूचाल सा आ गया था। शिक्षामित्रों ने रविंद्रपुरी स्थित पीएम के ससंदीय कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया था। इस क्रम में शिक्षक प्रतिनिधि क्8 सितंबर ख्0क्भ् को बनारस दौरे पर आए पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात भी की थी। पीएम के आश्वासन के बाद शिक्षामित्रों ने आंदोलन स्थगित कर दिया था। जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के अध्यक्ष विनोद उपाध्याय ने जनहित में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है।