वाराणसी (ब्यूरो)कोरोना के बाद हार्ट अटैक ने भी अपना रूप बदल दिया हैकब आ जा रहा है कोई भांप भी नही पा रहा हैइसके एक-दो एग्जाम्पल नहीं, कई हंैमऊ में वालीबाल खेलते समय पर अचानक बच्चे को हार्ट अटैक आया वह चल बसाइसके बाद नोएडा में कार ड्राइव करते समय अचानक दिल का दौरा पडऩे से जान चली गयीबीएचयू के सर सुंदर लाल चिकित्सालय को ही देख लीजिए कोरोना के पहले हार्ट अटैक के केसेज 2 से 3 परसेंट आते थे अब बढ़कर 30 परसेंट हो गए हंैइसकी वजह डॉक्टर कोरोना वैक्सीन बता रहे हंैउनका कहना है कि वैक्सीनेशन के बाद हार्ट में मल्टीपल ब्लॉकेज के केसेज काफी बढ़ गए हैं

अचानक बढ़े केस

बीएचूयू को हृदय रोग विशेषज्ञ डाओम शंकर का कहना है कि हार्ट में मल्टीपल ब्लॉकेज के केस अचानक बढ़े हैकोरोना के पहले ऐसे केसेज देखने को नहीं मिलते थे अब तो 1 से 2 सेमी के ब्लॉकेज मिलते थे, अब 5 से 6 सेमी के मिल रहे हंैपहले तो बढ़ती उम्र में यह समस्या आती थी लेकिन वर्तमान समय में दस साल का बच्चा हो या फिर 70 साल का बुजुर्ग सभी एज ग्रुप में यह केसेज देखने को मिल रहे हैैं

ओपीडी में बढ़े पेशेंट

बीएचयू के सर सुंदरलाल चिकित्सालय के कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट की ओपीडी में आने वाले मरीजों में होने वाली एंजियोप्लास्टी में करीब 60 परसेंट ऐसे ही केसेज देखने को मिल रहे हैैंडॉक्टर्स के मुताबिक, यह एक चिंता का विषय हैकोरोना के बाद यह समस्या तो आयी है, साथ ही लोग खानपान को भी लेकर अवेयर नहीं हैइसके चलते और भी ब्लॉकेज की समस्या बढ़ रही है

कम उम्र में मल्टीपल ब्लॉकेज

बीएचयू के सर सुंदर चिकित्सालय में यूपी ही नहीं बिहार, और झारखंड से भी पेशेंट आते है.कार्डियोलॉजी में प्रतिदिन दो से ढाई हजार मरीज हार्ट की समस्या को लेकर आते हैंकई पेशेंट में मल्टीपल ब्लॉकेज के साथ दिल की तीनों नसों में लंबे ब्लॉकेज मिल रहे हैं, जो शॉक्ड करने वाले हैैं

स्टेंट लगाने की होड़

डाओमशंकर का कहना है कि ओपीडी में बड़ी संख्या में मल्टीपल ब्लॉकेज वाले मरीज आ रहे हैंहर महीने 300 मरीजों में से 200 मरीजों में सेमी बढऩे के साथ मल्टीपल ब्लॉकेज मिल रहे हंैइसके चलते मरीजों को 3-6 स्टेंट तक लगाने पड़ रहे हैैंएक स्टेंट 48 एमएम से ऊपर का होता हैडॉक्टर के मुताबिक इस तरह के केस कोरोना के बाद अचानक बढ़े हंैइसके पीछे कोरोना काल में ज्यादा दवा खाना और घर में बैठकर अधिक भोजन करना हैडॉक्टर का कहना है कि हार्ट के पेशेंट घर में वेइंग मशीन से वेट चेक करें.अपना बीपी और शुगर लेवल जांचें

सेहत का ध्यान रखे

कार्डियोलॉजिस्ट डाइन्द्रनील बसु का कहना है कि खानपान पर विशेष ध्यान रखेंहो सके तो बाहर का खाना-पीना बंद कर देंहरी सब्जी, दाल बगैरह ही खाएंअपनी सेहत का पूरा ध्यान रखना चाहिए, खासतौर पर वजन, बीपी, शुगर लेवल और हार्ट रेट पर नजर रखेंकोई भी समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं, लोगों को घबराने की जगह अपनी सेहत के प्रति सतर्क और सजग रहना चाहिएकोरोना काल में लोगों ने भारी मात्रा में दवा का सेवन कियाइसके अलावा वैक्सीन भी मल्टीपल ब्लॉकेज का कारण हैयही नहीं लोगों ने खानपान में भी काफी बदलाव लाया हैइसके चलते केस बढ़े है.

डाओमशंकर, हृदय रोग विशेषज्ञ, बीएचयू

मल्टीपल ब्ॉाकेज के लिए कोरोना तो जिम्मेदार है ही, साथ ही शहर में जिस तरह से प्रदूषण बढ़ रहा है यह भी एक बड़ा का कारण है.

डाइन्द्रनील बसु, कार्डियक