वाराणसी (ब्यूरो)पंडित मदन मोहन मालवीय की बगिया-बीएचयू रंग-बिरंगे फूलों की खुशबू से महक उठी हैमहामना की 162वीं जयंती के मौके पर उनकी स्मृति में मालवीय भावन के प्रांगण में तीन दिवसीय पुष्प प्रदर्शनी लगाई गईइसका उद्घाटन बीएचयू के कुलगुरु प्रोविजय कुमार शुक्ल द्वारा मालवीय पुष्प प्रदर्र्शनी के सचिव डॉआनंद कुमार सिंह की उपस्थिति में किया गयाइस दौरान मालवीय भवन को 200 क्विंटल फूलों से सजाया गयावहीं पंमदन मोहन मालवीय (मालवीय भवन) के आवास पर 8 लाख से ज्यादा फल और फूलों की प्रदर्शनी लगाई गई हैइसमें सबसे खास है फूलों से बना भगवान राम का मंदिरयह मंदिर अयोध्या में बन रहे भगवान रामलला के मंदिर के जैसा ही हैकैंपस के स्टाफ और अधिकारियों के बीच मालवीय भवन पहुंचकर मंदिर के सामने सेल्फी लेने की होड़ सी लगी रहीहालांकि मालवीय भवन का द्वार दोपहर 3 से शाम 6 बजे तक आम लोगों के प्रवेश के लिए खोला गया है। 100 से ज्यादा माली अपने-अपने लगाए फूलों की कटिंग और सजावट किया है.

शोभाकारी पौधे एवं रंगीन पत्तियों के समूह

प्रोआनंद कुमार सिंह ने पुष्प प्रदर्शनी के बारे में विस्तार से बताया कि प्रदर्शनी में मुख्य रूप से गुलदावदी के गमले एवं फूलों के संग्रह, कोलियस, विभिन्न प्रकार के शोभाकारी पौधे एवं रंगीन पत्तियों के समूह लगाए गए थेगुलदावदी के कटे फूल, गुलाब के कटे फूल, लीलियम, जरबेरा, कार्नेशन, ग्लैडियोलस, रजनीगंधा, बर्ड ऑफ पैराडाइज़, गेंदा, गुलाब आदि पुष्पों के गमले रिफ्लैक्स्ड, इनकर्वड, इनकर्विंग, स्पाइडर, पोममैन, स्पून, एनिमोन आदि प्रारूपों में प्रदर्शित किये गए हैसाथ ही विभिन्न प्रकार के फल एवं सब्जिय़ां, मसाले व औषधीय पौधे, जैविक फलदार पौधे, जैविक शाकभाजी, चूल्हा, विभिन्न पुष्पों से सुसज्जित रंगोली, सुकर्तन कला (टॉपियरी) बोनसाई औऱ हरी पत्तियों के संग्रह, मालवीय जी पर आधारित वास्तुकला के नमूने, मानव पक्षी एवं जल प्रपात आदि मुख्य रूप से आकर्षण के केन्द्र रहे

मालवीय भवन में लगे फूलों के किस्म

प्रदर्शनी में मुख्य रूप से गुलदावदी के गमले और फूलों के कलेक्शन हैं। कोलियस, शोभाकारी पौधे, कलरफुल पत्तियों के समूह गुलदावदी के कटे फूल, गुलाब के कटे फूल, लीलियम, जरबेरा, कार्नेशन, ग्लैडियोलस, रजनीगंधा, बर्ड ऑफ पैराडाईज, गेंदा, गुलाब आदि फूलों के गमले लगाए गए हैंरिपलैक्स्ड, इनकर्वड, इनकर्विग, स्पाइडर, पोममैन, स्पून, एनिमोन आदि कई फूलों के डिजाइन भी सजाए गए हैं, जो यहां आकर्षण का केन्द्र बने है

ये रहे उपस्थित

उद्घाटन के समय प्रोएके नेमा, छात्र अधिष्ठाता, कुलसचिव प्रोअरुण कुमार सिंह, अभय कुमार ठाकुर, वित्त अधिकारी, प्रोएसवीएस राजू, निदेशक, कृषि विज्ञान संस्थान, प्रोएएस रघुवंशी, निदेशक, पर्यावरण एवं संपोष्य विकास संस्थान, प्रोअनिल कुमार त्रिपाठी, निदेशक, विज्ञान संस्थान, मुख्य आरक्षाधिकारी प्रोएसपी सिंह, अश्विनी कुमार देशवाल, वरिष्ठ अधिकारी (उद्यान), डॉएके पाल, उद्यान विभाग एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे.