- सारनाथ के खालिसपुर निवासी धनंजय की 8 मार्च को गला रेत कर हुई थी हत्या

- लोन के लिए धनंजय ने लिए थे कई लोगों से रुपये

प्वाइंटर :::

08

मार्च की रात गला रेतकर कर दी थी हत्या

72

घंटे के अंदर अभियुक्तों को पुलिस ने धर दबोचा

करीब 9 बजे धनंजय राय मुझे पंचकोशी पर

सारनाथ पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम ने तीन दिन पूर्व खालिसपुर निवासी धनंजय की गला रेत कर हत्या मामले में शुक्रवार को तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से हत्या में प्रयुक्त चाकू भी पुलिस ने बरामद कर लिया है। हत्या का कारण रुपये का लेनदेन सामने आया है।

यह था पूरा मामला

9 मार्च को मनोहर राजभर पुत्र पंचम राजभर निवासी खालिसपुर थाना सारनाथ ने थाने पर तहरीर देकर अपने बड़े भाई धनंजय की हत्या से संबंध में तहरीर दी थी। पुलिस मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल कर रही थी। पुलिस ने घटना का अनावरण 72 घंटे के भीतर करते हुए तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से हत्या में प्रयुक्त चाकू बरामद कर लिया है।

हत्या के पीछे यह था कारण

पुलिस की गिरफ्त में आए अभियुक्त राजेन्द्र पासी पुत्र काशी निवासी सरायमोहना थाना सारनाथ से पुलिस को बताया कि उसकी करीब 8 माह पहले धनंजय से मुलाकात हुई थी। राजेंद्र ने बताया कि धनंजय सरकारी लोन, सरकारी योजना का लाभ दिलाने का काम करता था। मैंने धनंजय राय से लोन दिलाने के लिये कहा तो धनंजय ने काम कराने के एवज में मुझसे 5000 रुपये कमीशन लिये और मेरा काम नहीं करवाया। जब मैंने उससे कहा तो उसने अन्य कारण बताकर फिर मुझसे 6500 रुपये लिया। इसके बाद भी काम नहीं करवाया। इसी प्रकार मेरे माध्यम से रवि जायसवाल, रामदुलार जायसवाल से लोन दिलाने के नाम पर पैसा ले लिया, लेकिन किसी का काम नहीं किया। जब हम उससे पैसे वापस करने या काम करवाने के लिये कहते तो आज कल का बहाना बनाकर टाल मटोल कर देता। चूंकि अन्य लोगों का पैसा मेरे माध्यम से ही धनंजय राय को दिया गया था तो लोग मेरे से ही पैसा मांग रहे थे।

ऐसे रची हत्या की साजिश

राजेंद्र ने बताया कि मैंने, रवि जायसवाल, छोटेलाल चौधरी के साथ मिलकर धनंजय राय को ठिकाने लगाने का मन बना लिया। उसने बताया कि मैं और रवि जायसवाल, छोटे लाल चौधरी ने गोलगड्डा पर जाकर एक मुर्गा काटने वाला चाकू खरीद लिया और 8 मार्च की रात करीब 9 बजे धनंजय राय मुझे पंचकोशी पर मिला। वह पहले से दारू पिया हुआ था। मैंने उसे मौज मस्ती करने के नाम पर अपने आटो में बैठा लिया और उसको खूब दारू पिलाया। जब धनंजय राय दारू के नशे में बेसुध हो गया तो मौका पाकर पुरानापुल चौकी के पास अपनी ऑटो खड़ी कर उसकी गला रेतकर हत्या कर दी और वहीं पर फेंक कर चला गया। घटना में प्रयुक्त चाकू अपने साथियों रवि जायसवाल व छोटेलाल चौधरी को ठिकाने लगाने के लिए दे दिया जो पुरानापुल के नीचे झाड़ी में फेंक दिये थे।