वाराणसी (ब्यूरो)स्मार्ट सिटी में जल्द ही सूरत की तर्ज पर थ्रीडी मॉडल के टॉयलेट बनाए जाएंगेइसके लिए जगह की तलाश शुरू हो गई हैपरफेक्ट जगह मिलने पर प्रारंभ में दस स्थानों पर थ्रीडी मॉडल के टॉयलेट बनाए जाएंगेडिजाइन वगैरह तैयार हो गया है, बस जगह मिल जाने के बाद मूर्तरूप दे दिया जाएगा.

स्वच्छ मिशन का लक्ष्य

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ मिशन को पूरा करने के लिए स्मार्ट शहर में काफी कार्य हो रहे हैंअब सिटी के लोगों की सहूलियत के लिए टॉयलेट बनाए गए, अब थ्रीडी मॉडल के भी टॉयलेट बनाने के लिए कवायद चल रही हैमेयर अशोक तिवारी ने बताया कि सूरत में जिस प्रकार से थ्रीडी मॉडल के टॉयलेट है उसी तरह से यहां भी टॉयलेट बनाने पर विचार किया जा रहा है.

मजबूत और सुंदर

शहर को सुंदर बनाने के लिए नगर निगम द्वारा काफी कार्य कराए जा रहे हैथ्री डी टॉयलेट मजबूत होता है और देखने में सुंदर होता और आरामदायक भी होता हैइसमें थ्री डी प्रिंट से तैयार किया जाता हैसिटी में टूरिस्टों की सहूलियत के लिए यह टायॅलेट बनाया जाएगाजो टूरिस्ट आते है वह शहर की अच्छी छवि लेकर जाए नगर निगम का यही उद्देश्य है.

दस स्थानों पर बनाए जाएंगे

जगह मिलने पर दस स्थानों पर थ्री डी टायॅलेट बनाए जाएंगेइसके लिए नगर निगम के टीम टॉयलेट बनाने के लिए जगह की तलाश में जुट गई हैदशाश्वमेध और गोदौलिया पर प्राथमिकता के तौर पर बनाया जाएगाक्योंकि पर यहां पर सबसे अधिक टूरिस्ट और विदेशी सैलानी आते हैंइस क्षेत्र में टॉयलेट की संख्या भी कम हैइसके चलते डोमेस्टिक टूरिस्टों को दिक्कत होती है.

थ्रीडी प्रिंटर से तैयार होंगे

थ्रीडी टॉयलेट थ्रीडी प्रिंटर से तैयार होगाइसमें ईट की जगह फ्लाईएश का प्रयोग किया जाएगायह बहुत ही हल्का होता हैहवादार होता हैअन्य शौचालय की तरह दो लिच पिट वाला टॉयलेट होता हैइसको हवादार इसलिए बनाया जाता है कि किसी का दम न घुटे और गर्मी न लगेफ्लाईएश को अजैवकीय कचड़ों से तैयार किया जाता हैजैसे प्लास्टिक की बोतल, पॉलिथीन आदि का इस्तेमाल किया जाएगा

सिटी में दस थ्रीडी टॉयलेट बनाए जाएंगेइसके लिए जगह की तलाश की जा रही हैयह बिल्कुल हवादार होता हैइसे फ्लाईएश से तैयार किया जाता है

अशोक तिवारी, मेयर