वाराणसी (ब्यूरो)। पिछले एक सप्ताह से पुलिस के लिए सिरदर्द बने टप्पेबाजों पर शुक्रवार को कमिश्नरेट पुलिस की डबल स्ट्राइक के बाद शहरवासियों ने राहत की सांस ली। दो गिरोह के 13 आरोपितों को गिरफ्तार करने के बाद लगा कि ईरानी गैैंग (स्पेशल-26) का चैप्टर क्लोज हो गया है, लेकिन शनिवार को उचक्कागिरी की दो वारदातों को अंजाम देकर पुलिस को फिर से चुनौती दी है। सुबह तीन उचक्कों ने दर्शन-पूजन कर घर जा रही वृद्धा के आभूषण उतरवा लिए और फरार हो गए। खुद को पुलिसकर्मी बताकर उच्चकों ने वृद्धा को रोका था.
चोर-उचक्के घूम रहे, सोना निकाल दें
टकटकपुर निवासी आशु दा टेक चंदानी की पत्नी गीता चंदानी (60) नवदुर्गा मंदिर से पूजा करके घर लौट रही थीं। अर्दली बाजार के विंध्यवासिनी कॉलोनी के समीप पहले से मौजूद तीन युवकों ने खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए कहा कि इन दिनों शहर में लूट की घटनाएं बढ़ गई हैैं। इतने चोर-उचक्के घूम रहे हैं और आप सोने के जेवर पहन कर क्यों घूम रही हैं। इतना कहकर हाथ में पहने सोने के दो कंगन और अंगूठी उतरवाकर उन्हें कागज में लपेट कर दे दिया। कुछ दूर आगे बढऩे पर गीता चंदानी ने कागज में लपेट कर दिए गए अपने गहनों को देखा तो उनके होश उड़ गए। कागज में प्लास्टिक के कंगन रखे थे। वो वापस उस जगह पर पहुंचीं लेकिन तीनों युवक वहां से फरार थे.
बैैंक जा रही महिला से उचक्कागिरी
लोहता थाना क्षेत्र के भ_ी गांव निवासी सुबेदार सिंह की पत्नी रीता देवी शनिवार को अपने काम से बैंक जा रही थी। रास्ते में बाइक सवार दो युवकों ने रीता को रोककर कहा कि वे हरिद्वार से आए हैं। आज शाम आपके पति की मौत हो जाएगी। इतना सुनकर रीता घबरा गई। तब दोनों ने कहा कि परेशान मत हो, हम मंत्र से सब ठीक कर देंगे। हाथ और गले के गहने निकाल दीजिए और दे दीजिए। रीता ने भरोसा कर गहने उन्हें दे दिए। युवकों ने कहा कि 10 मिनट आंख बंद कीजिए। रीता ने जब आंख खोली तो देखा दोनों एक लाख के गहने समेत गायब थे.
महिलाओं को बना रहे निशाना
बीते एक सप्ताह में पुलिस बनकर लूट करने के कई मामले सामने आए हैं। सोमवार को शिवपुर इलाके में खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए बदमाशों ने वृद्ध महिला के जेवर उतरवा लिए थे। मंगलवार को दुर्गाकुंड में बदमाशों ने सरकार का आदेश बताते हुए महिला के जेवर उतरवाए और लेकर फरार हो गए। कमिश्नरेट पुलिस ने शुक्रवार को ही टप्पेबाजी और लूट गिरोह के 13 आरोपितों को गिरफ्तार किया था.