ट्रैफिक मंथ के नाम पर शहर के हर चौराहे पर पुलिस ने की जबर्दस्त वसूली

किया सिर्फ चालान, यातायात की परेशानी से हैं अनजान

VARANASI

अरे भाई, ट्रैफिक पुलिस को भी तो दिवाली मनानी है। इसीलिए वह जमकर वसूली कर रही है। अब इसमें कितनी वैध और कितनी अवैध ये तो वही बता सकते हैं। बुधवार को जिस भी चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस कर्मी दिखे वह चालान काटते ही दिखे। यातायात माह के दौरान ट्रैफिक पुलिस को तीन करोड़ रुपये वसूली का टारगेट पूरा करना है।

दिवाली के दौरान सड़कों पर निकलने वालों में पुलिस कर्मियों ने जिन्हें भी रोका उनका किसी न किसी बहाने चालान किया गया। ट्रैफिक पुलिस ने वसूली में वैध और अवैध दोनों तरह से वसूली हुई। बस, जैसा बकरा फंस जाए। इस बार यातायात माह वसूली के लिए ही चर्चित हो गया। इसकी बानगी दीपावली के दिन भी खास तौर पर देखने को मिली।

रूल्स फॉलो करने वालों पर भी निशाना

रूल्स फॉलो करने वाले से भी वसूली नियम तोड़ने वालों को छोड़ दीजिये बुधवार को ट्रैफिक पुलिस ने उन लोगों को भी नहीं बक्शा जो पूरे नियम के साथ सड़क पर चल रहे थे। एसपी ट्रैफिक बीएन तिवारी का कहना है कि एक नवम्बर से शुरू हुए ट्रैफिक माह में शासन की ओर से बड़ा लक्ष्य दिया गया है। नवम्बर माह में तीन करोड़ रुपये से ज्यादा शमन शुल्क वसूलकर इस लक्ष्य को प्राप्त करना है। इसके लिए लगातार ट्रैफिक के नियम तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

ये वसूली में मस्त, जनता जाम से पस्त

ट्रैफिक मंथ के मायने केवल टारगेट पूरा करना ही रह गया है। अगर सड़कों का हाल देखा जाए तो हर रोड ट्रैफिक की चपेट में है। गलियों तक में जाम लग रहा है। इसका कारण यह है कि ट्रैफिक पुलिस कर्मी कोना ढूंड कर आराम तलब हो जाते है। एसपी ट्रैफिक के सख्त निर्देश के बाद भी इसका कुछ खास असर नहीं दिखता है।

इंट्री पॉइंट पर ज्यादा वसूली

सिटी के इंट्री प्वाइंट पर ट्रैफिक पुलिस की वसूली का असर ज्यादा दिख रहा है। शिवपुर बाइपास, पहडि़यां, अंधरापुल, लहरतारा, लंका समेत कई एरिये में पुलिस जमकर चालान कर रही है।