वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन से भटनी की ओर से जा रही दयालु एक्सप्रेस शुक्रवार की शाम बर्निग ट्रेन बनने से बच गई। 75114 दयालु एक्सप्रेस (पुराना नाम डीएमयू) में कादीपुर स्टेशन से ठीक तीन सौ मीटर पहले आग लग गई। शाम पौने पांच बजे अचानक आग लग गयी। इससे ट्रेन में सवार यात्रियों में हड़कंप मच गया। अफरा-तफरी के बीच यात्रियों ने ट्रेन से कूदकर जान बचाई। इंफारमेशन मिलते ही एडीआरएम, डीएमई, वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी आदि के साथ तकनीकी विशेषज्ञों की टीम मौके पर पहुंची और अगलगी की घटना से हुई समस्या का समाधान किया। करीब दो घंटे बाद ट्रेन गंतव्य के लिए रवाना हुई। ट्रेन के पहले व दूसरे कोच के पहिए में आग लगी थी। आग लगते ही ट्रेन के नीचे पहिए के पास से धुआं निकलने लगा और चहुंओर फैल गया। तभी ट्रेन के चालक समेत अन्य कर्मियों को घटना की जानकारी हुई। उसने ट्रेन रोक दिया ओर ट्रेन में रखे अग्नि शमन यंत्र से आग बुझाना शुरू किया लेकिन एक जगह से आग बुझी तो दूसरे जगह धुआं निकलने लग रहा था। यह देख यात्री भी सहम गए और नीचे उतरकर पास में रखी पानी की बोतल से आग बुझाने में जुट गए। हालांकि एकजुटता का असर दिखा और कुछ देर में आग को नियंत्रित किया जा सका। इसके बाद रेलवे की पैकिंग मशीन आई और पूर्ण रूप से आग बुझा दी। इसके बाद ट्रेन को कादीपुर रेलवे स्टेशन पर लाया गया। इसी बीच मौके पर फायर ब्रिगेड की टीम व चौबेपुर पुलिस भी पहुंच गई थी। कादीपुर स्टेशन मास्टर राणा सिंह ने बताया कि ब्रेक लेते ही ट्रेन में आग लग गई। बेक्र का रबड़ चिपक गया था। शाम चार बजकर 45 मिनट पर अगलगी की घटना हुई। आग बुझाने के बाद शाम सात बजे ट्रेन को रवाना किया गया।