-काशी विद्यापीठ में छठवें दिन भी हुआ भाषा पर मंथन

VARANASI

भाषा का मूल वर्ण, मात्राएं एवं अक्षर हैं। यदि संस्कृत के शब्दों का अभ्यास कर लिया जाए तो किसी भी भाषा का उच्चारण असंभव नहीं है। ये बातें महामना मदन मोहन मालवीय हिन्दी पत्रकारिता संस्थान के निदेशक प्रो। ओम प्रकाश सिंह ने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग की ओर से आयोजित मीडिया की भाषा विषयक ट्रेनिंग प्रोग्राम के तकनीकी सत्र में शनिवार को व्यक्त किया। समन्वयक प्रो। अनिल कुमार उपाध्याय ने अंग्रेजी भाषा की जानकारी पर बल दिया। इस दौरान डॉ। नलिनी श्याम कामिल, डॉ। नागेन्द्र पाठक, नई दिल्ली के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ। सुनील कुमार मिश्र, सुभारती यूनिवर्सिटी की दीपा रानी, डॉ। नन्दबहादुर व पत्रकार जुनैद अली खान ने भी ट्रेनिंग दिया।

प्रतिभा का हुआ सम्मान

प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रशिक्षित पत्रकार एसोसिएशन द्वारा बेहतर समाचार लेखन के लिए प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। एसोसिएशन के डॉ। रमेश सिंह ने कहा कि पत्रकारिता को इंटरमीडिएट स्तर पर एक विषय के रूप में लागू कराने के लिए प्रयास किया जा रहा है। संचालन डॉ। प्रभा शंकर मिश्र एवं धन्यवाद ज्ञापन उ”वल राय ने किया। इस अवसर पर डॉ। विनोद सिंह, शिशिर सिंह, दिग्विजय त्रिपाठी, रामसुधार मिश्र, डॉ। रश्मि श्रीवास्तव, डॉ। रूद्रानन्द तिवारी एवं डॉ। मनोहर लाल सहित स्टूडेंट्स उपस्थित रहे।