वाराणसी (ब्यूरो)जिले में पिछले एक सप्ताह से पड़ रही भीषण गर्मी के चलते अब हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ गया हैहाल ये है कि एक सप्ताह से तापमान लगातार 44-45 और उससे ऊपर रहने से लोग बेहाल हैंइधर गर्मी बढ़ते ही बीमारियों का खतरा बढऩे लगा हैअस्पतालों में डायरिया, पीलिया, वायरल फीवर के मरीज पहुंच रहे हैंजिले के सरकारी अस्पतालों में इन दिनों ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या अधिक हो गई हैं.

इन बीमारियों का रहता है खतरा

पाचन और त्वचा संबंधी समस्याओं के साथ ही मौसमी फ्लू और संक्रमण, हीट स्ट्रोक, डायरिया, उल्टी, पीलिया, टाइफाइड, वायरल फीवर, आंखों का लाल होना, पेट में मरोड़, कमजोरी, चक्कर आना, सिर में तेज दर्द.

गलत खानपान से पेट की समस्या

इन दिनों गर्मी से लू लगने वालों की संख्या अस्पतालों में अधिक हैऐेसे में लोगों को खानपान का अधिक ध्यान रखने की जरूरत होती हैसबसे पहले तो बाहर का खाना खाने से बचेंबाजारों में कटे और खुले फलों का सेवन, बाहर का फास्ट फूड, तला भूना आदि का सेवन करने बचें क्योंकि इससे पेट की समस्या आ सकती हैवहीं, खाने से पहले हाथ को अच्छे से धोएं तभी खाना खाएं.

अस्पतालों में पहुंच रहे प्रतिदिन मरीज

शहर के सभी सरकारी अस्पतालों में इन दिनों पेट की समस्या, लू और अन्य बीमारियों से ग्रसित मरीज अस्पताल में अधिक आ रहे हैंप्रतिदिन कबीरचौरा और डीडीयू में तीन हजार के आसपास मरीज आ रहे हैं, जिनमें 25 फीसदी मरीज गर्मी से होने वाली बीमारियों से ग्रसित होकर आ रहे हैं.

अधिक गर्मी व तेज धूप से परेशानी बढ़ सकती हैमरीजों को गर्मी की कड़ी धूप से बचने की कोशिश करना चाहिएविशेषकर वैसी स्थिति में जब उन्हें उच्च रक्त चाप (हाई ब्लड प्रेशर), कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ा हुआ होगर्मी में 6 से 7 लीटर से ज्यादा पानी पीना चाहिएकम वसा, कोलेस्ट्रॉल और नमक वाले खाद्य पदार्थ खाएंसब्जियों, साबुत अनाज और कम वसा वाले डेयरी उत्पादों का सेवन हृदय की रक्षा में सहायता होते हैं.

डॉनीलम गुप्ता, अधीक्षक, राजकीय स्नातकोत्तर आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय

अभी वाराणसी में गर्मी चरम पर हैजून के महीने में लू लगना, डिहाइड्रेशन, हीट स्ट्रोक, चक्कर आना आम समस्या हैइस मौसम में टाइफॉइड बुख़ार, गैस्ट्रोएंटरायटिक, मलेरिया, डेंगू, कालरा, फंगल संक्रमण जैसे मरीज भी आते रहते हैंहमें बचाव के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी फल और सलाद जैसी चीज लेनी चाहिए और जरूरत होने पर ही घर से धूप में बाहर जाना चाहिए.

डॉफाल्गुनी गुप्ता, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, लल्लापुरा