-यूपी बोर्ड के निर्देश के बावजूद अब तक अपलोड नहीं किया आधारभूत सूचनाएं
-डीआईओएस ने तीन दिनों के भीतर मांगा स्पष्टीकरण, दी वार्निग
VARANASI
यूपी बोर्ड ने माध्यमिक विद्यालयों से आधारभूत सुविधाएं वेबसाइट पर अपलोड करने का निर्देश दिया था। ताकि सन् 2020 में होने वाली हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए ऑनलाइन केंद्रों का निर्धारण किया जा सके। वहीं अंतिम तिथि बीत जाने के बावजूद जनपद के आठ विद्यालयों ने अब तक आधारभूत सुविधाएं वेबसाइट पर अपलोड नहीं की है। इसे देखते हुए डीआईओएस डॉ। वीपी सिंह ने इन विद्यालयों को मान्यता समाप्त करने की नोटिस दी है।
मैसेज का नहीं दिया जवाब
नोटिस में कहा गया है कि बार-बार वार्निग देने के बावजूद अब तक आधारभूत सुविधाएं अपलोड न करना घोर लापरवाही है। जबकि इस संबंध में संबंधित विद्यालयों को फोन व वाट्सएप के माध्यम से भी अवगत कराया गया था। इससे स्पष्ट होता है कि बोर्ड परीक्षा जैसे महत्वपूर्ण कार्य में विद्यालय सहयोग नहीं कर रहा है। आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध न कराने के कारण संबंधित विद्यालयों के परीक्षार्थियों का आंकड़ा भी नहीं मिल पा रहा है। जबकि परीक्षार्थियों की संख्या पर ही केंद्र का निर्धारण होता है। डीआईओएस ने ऐसे विद्यालयों से तीन दिनों के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है। निर्धारित अवधि में जवाब न देने पर मान्यता रद करने की चेतावनी दी है।
20 स्कूल्स में संख्या जीरो
डिस्ट्रिक्ट में 20 वित्तविहीन ऐसे विद्यालय है जिनकी छात्र संख्या जीरो है। इसमें 10 माध्यमिक विद्यालय पिछले पांच वर्षो से बंद चल रहे हैं। इन विद्यालयों ने मान्यता वापस करने के लिए आवेदन भी किया है। वहीं दस नए विद्यालयों का परीक्षण किया जा रहा है ताकि उनकी मान्यता समाप्त किया जा सके।
इनको भेजी गयी नोटिस
-वीर लोरिक इंटर कालेज (मोहांव)।
-खंडेश्वरी बाबा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (अमौली)।
-सीटी मांटेसरी बालिका इंटर कालेज (खोजवा)।
-मां सर्वेश्वरी बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (दौलतपुर)।
-अशोक बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (सारंग तालाब)।
-लोक सेवा समिति उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (कुआर)।
-सरदार बल्लभ भाई पटेल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (मधुमक्खिया)।
- संत साई शिक्षक संस्थान उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (शिवराजनगर)।