-वेलेंटाइन डे पर फिजां में घुला प्यार का संदेश

-अपने खास अंदाज में प्रेमियों ने किया इजहार-ए-इश्क

VARANASI

करीब छह दशक पहले आई फिल्म 'मुगले आजम' का यह सांग 'जब प्यार किया तो डरना क्या, प्यार किया कोई चोरी नहीं छुप छुप आहें भरना क्या जब' आपने भी सुना होगा। इस सांग में कही बातों को यूथ आज भी फॉलो करते हैं। जिसका नजारा रविवार को वेलेंटाइन डे के मौके पर देखने को मिला। जब बनारसी प्रेमी भी इजहारे इश्क करने से नहीं डरे और उन्होंने अपने-अपने तरीके से इजहार-ए-दिल कर ही डाला। जलने वाले जलते रहे और हाथ मलते रहे। वेलेंटाइन डे पर पूरे दिन शहर में स्वीट थ्री का जलवा दिखा। किसी ने आंखों से दिल के जज्बात उन तक पहुंचाया तो किसी ने रेड रोज को जरिया बनाया। कुछ प्यार के दुश्मनों का खौफ भी था मगर 'प्यार करने वाले कभी डरते नहीं और जो डरते हैं वे प्यार करते नहीं' जैसी लाइनों ने प्रेमियों का डर काफूर कर दिया। शहर के तमाम रेस्टोरेंट्स, मॉल्स और पार्क में लव ब‌र्ड्स चहचहाते नजर आये।

दो घड़ी वो जो पास आ बैठे

वो दो घड़ी पास आकर क्या बैठे दुनिया जहां का सुकून एक पल में नसीब हो गया। लेकिन समस्या थी कि दो घड़ी भी बैठने के लिए जगह नहीं। हर जगह तो लोगों की घूरती निगाहें प्यार के परिंदों के सुकून में खलल डालने के लिए तैनात थीं। लेकिन इसका भी प्रेमियों पर कोई असर नहीं पड़ा। आप भी बैठे रहो हम भी बैठे रहेंगे। हम तो प्यार करने वाले हैं बिना कुछ कहे ही सब कुछ कह देने की काबिलियत है हममें। गंगा के घाट, सारनाथ का डियर पार्क, संत रविदास पार्क, शहीद उद्यान, हर जगह प्रेमियों से गुलजार रहे।

आउटर्स के ढाबे लगे मुफीद

प्रेमियों को इस बार वेलेंटाइन डे मनाने के लिए शहर के बाहरी इलाकों में बने ढाबों और रेस्टोरेंट्स सबसे मुफीद लगे। जिनके पास साधन था वे लोग निकल पड़े इन जगहों पर अपने वेलेंटाइन्स के साथ वेलेंटाइन डे सेलिब्रेट करने। एक कोल्ड ड्रिंक्स की बोतल थी जो खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही थी। क्योंकि जब प्यार साथ बैठा हो तो भूख और प्यास किसे लगती है।

एक पल भी लगा दिन पर भारी

इस बार वेलेंटाइन डे पर कपल्स ने टाइम मैनेजमेंट पर विशेष ध्यान दिया। क्योंकि अपने वेलेंटाइन्स के साथ जितना भी समय बिताया जाए वह कम ही लगता है। लव ब‌र्ड्स के मिलने का सिलसिला पूरे दिन चलता रहा। जिसको अपने वेलेंटाइन्स के साथ जैसा समय मिला, वह उसी हिसाब से निकला।